EVM: चुनाव आयोग ने हैकर के दावे को किया खारिज, कही कानूनी कार्रवाई की बात
चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर किए गए भारतीय मूल के हैकर सैयद शुजा के दावे को खारिज किया है। वहीं भाजपा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पर सवाल उठाए हैं। शुजा ने आरोप लगाए हैं दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे को 2014 लोकसभा चुनाव में हुई हैकिंग की जानकारी थी इसलिए उनकी हत्या की गई है। चुनाव आयोग ने शुजा के आरोपों को झूठलाते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही है।
क्या कहा सैयद शुजा ने
लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हैकर सैयद शुजा ने दावा किया कि 2014 लोकसभा चुनाव में धांधली हुई थी। साथ ही शुजा ने यह दावा भी किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसने आम आदमी पार्टी के लिए EVM हैक की थी।
राजनैतिक पार्टियों की प्रतिक्रिया
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस इवेंट का आयोजन किया था। भाजपा ने कहा कि यह देश और देश की चुनावी प्रक्रिया को बदनाम करने की कोशिश है। वहीं कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग को 50 प्रतिशत EVM मशीनों में VVPAT का इस्तेमाल करना चाहिए। कांग्रेस ने इस इवेंट में सिब्बल की मौजूदगी पर कहा कि सिब्बल निजी यात्रा पर लंदन गए थे और उन्हें इस इवेंट का निमंत्रण दिया गया था।
कौन हैं सैयद शुजा?
शुजा ने दावा किया है वे EVM मशीन बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) के पूर्व कर्मचारी हैं और वे EVM बनाने की प्रक्रिया में शामिल रहे हैं। जबकि चुनाव आयोग की पड़ताल में सामने आया है कि शुजा कभी भी इस कंपनी के नियमित कर्मचारी नहीं रहे हैं। वहीं इस बात की जांच की जा रही कि क्या शुजा ने कभी कॉन्ट्रैक्ट पर कंपनी के लिए काम किया था या नहीं।
चुनाव आयोग के विशेषज्ञ ने खारिज किया दावा
भारतीय चुनाव आयोग के शीर्ष तकनीकी विशेषज्ञ डॉक्टर रजत मूना ने हैकर शुजा के दावे को बेबुनियाद बताया है। NDTV से बात करते हुए मूना ने बताया कि EVM मशीनें टैंपर प्रूफ हैं और इनसे किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि EVM में किसी भी प्रकार के वायरलेस संचार के माध्यम से कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है। बता दें, विपक्षी पार्टियां लगातार EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती रही हैं।