मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार गिरफ्तार, कर्नाटक में विरोध-प्रदर्शन जारी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को गिरफ्तार किया है। ED पिछले चार दिनों से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनसे पूछताछ कर रही थी। मंगलवार शाम को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। शिवकुमार ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने बुधवार को कर्नाटक में बंद बुलाया है। विरोध-प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने दो बसों को आग के हवाले कर दिया और कई बसों पर पथराव किया।
2017 में हुआ था डीके शिवकुमार पर केस
ED ने अगस्त, 2017 में डीके शिवकुमार के घर और कार्यालय पर छापेमारी की थी। इस दौरान उनके दिल्ली के सफदरजंग स्थित घर से 11 करोड़ रुपये कैश मिले थे। इसके बाद आयकर विभाग ने शिवकुमार और उनके चार सहयोगियों पर केस दर्ज किया। विभाग की चार्जशीट दायर होने के बाद उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में लगाई गई शिवकुमार की अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज हो गई थी।
ED का आरोप- पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे शिवकुमार
ED ने शिवकुमार से शुक्रवार के बाद 8.33 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले चार बार पूछताछ की। ED का आरोप है कि शिवकुमार पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
कौन हैं डीके शिवकुमार?
वोकालिग्गा समुदाय से आने वाले शिवकुमार को कांग्रेस के सबसे बड़े रणनीतिकारों में से एक माना जाता है। चुनाव प्रबंधन में माहिर समझे जाने वाले शिवकुमार ने पिछले कुछ समय में कांग्रेस को कई बड़े संकटों से उबारा है। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बचाने के लिए वो अकेले लड़ते दिखे थे। उन्होंने 1985 में एचडी देवेगौड़ा के खिलाफ पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उपचुनाव में उन्होंने पहली बार जीत दर्ज की।
शिवकुमार की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस ने शिवकुमार की गिरफ्तारी को असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है। कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा कि डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी से सरकार अपनी नाकाम हो चुकी नीतियों और खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। बता दें, शिवकुमार से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को CBI ने गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल CBI की हिरासत में है और सुप्रीम कोर्ट में उनकी सुनवाई चल रही है।
रिजॉर्ट पॉलिटिक्स में माहिर है शिवकुमार
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार और उससे पहले कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शिवकुमार गुजरात की एक राज्यसभा सीट के चुनाव के दौरान राष्ट्रीय राजनीति के फलक पर छाए थे। दरअसल, 2017 में राज्यसभा सीट पर चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए नाक का सवाल बन गया था। इस दौरान कांग्रेस विधायकों को एक रिजॉर्ट में ठहराया गया था। इसके पीछे शिवकुमार का बड़ा हाथ था। इसके बाद उनके घर और कार्यालय पर छापेमारी हुई थी।
विरोध-प्रदर्शन के चलते बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज
शिवकुमार की गिरफ्तारी से आक्रोशित उनके समर्थक मंगलवार को ही सड़कों पर उतर आए और कई बसों में तोड़फोड़ की। बुधवार को हो रहे प्रदर्शनों के चलते कई इलाकों में भारी पुलिसबल तैनात किया गया। वहीं ऐहतियातन रामनगर के स्कूल-कॉलेजों को बंद किया गया है।