दिल्ली के वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ हुई मारपीट, दयनीय हालत में मिले 19 लोग
दिल्ली में एक वृद्धाश्रम (ओल्ड एज होम) में रहने वाले बुजुर्गों के साथ कथित मारपीट का सनसनीखेज मामला सामना आया है। दिल्ली के नांगलोई में एक प्राइवेट NGO द्वारा चलाए जा रहे इस वृद्धाश्रम के खिलाफ मिली शिकायतों के बाद शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल खुद औचक निरीक्षण किया। इसमें 19 दिव्यांग बुजुर्ग एक छोटे से कमरे में दयनीय हालत में बंद मिले।
वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को बांधकर पीटा गया- मालीवाल
मालीवाल और मंत्री गौतम ने जब वृद्धाश्रम की जांच की तो वहां बड़ी चाैैैंकाने वाली स्थिति सामने आई। मालीवाल ने ट्वीट किया, 'कोरोना महामारी के दौर में भी वृद्धाश्रम में 19 दिव्यांग बुजुर्गों को एक छोटे से कमरे में बिना सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किए हुए रखा जा रहा था। कमरे के साथ बने टॉयलेट से सफाई नहीं होने के कारण दुर्गन्ध उठ रही थीं। इतना ही नहीं दिव्यांग बुजुर्गों की बांधकर पिटाई करने की घटना भी सामने आई है।'
यहां देखें वृद्धाश्रम के निरीक्षण का वीडियो
"वृद्धाश्रम में दयनीय स्थिति में रह रहे थे 19 दिव्यांग बुजुर्ग"
निरीक्षण के बाद मालीवाल ने ट्वीट किया, 'नांगलोई क्षेत्र में NGO द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में 19 दिव्यांग बुजुर्ग बड़ी ही दयनीय हालत में रह रहे थे।' उन्होंने कहा, "अत्यधिक गन्दगी और गर्मी में, एक ही कमरे और एक ही बिस्तर पर महिलाओं और बुजुर्गों को अमानवीय स्थिति में रखा जा रहा है। वृद्धाश्रम में मिले दिव्यांग बुजुर्गों में से अधिकांश मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं और उन्हें बाहर जाने तक की अनुमति नहीं दी जाती है।"
दिव्यांग बुजुर्गों को किया जाएगा पुनर्वास- मालीवाल
मालीवाल ने एक अन्य ट्वीट करते हुए लिखा कि वह और मंत्री गौतम सभी प्रताडि़त दिव्यांग बुजुर्गों का पुनर्वास कराएंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी तरह मंत्री गौतम ने एक ट्वीट कर लिखा, 'अभी बस स्वाति मालीवाल के साथ वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण किया है। उन्होंने (NGO अधिकारियों ने) बुजुर्गों को कमरे में बांधकर उनके साथ मारपीट की है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और बुजुर्गों का पुनर्वास कराया जाएगा।'