झारखंड सरकार ने धनबाद जज की मौत के मामले की जांच CBI को सौंपी
क्या है खबर?
झारखंड सरकार ने धनबाद के एडिशनल सेशन जज उत्तम आनंद की मौत की जांच केंद्रीय एजेंसी CBI को सौंप दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अनुशंसा भेज दी है।
एक दिन पहले ही दिवंगत जज के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। परिवार का कहना था कि दुख की घड़ी में सरकार उनके साथ है और वो इस मामले की जांच को लेकर गंभीरता से काम कर रही है।
पृष्ठभूमि
बुधवार को ऑटो की टक्कर से हुई थी जज की मौत
बुधवार को धनबाद के एडिशनल सेशन जज (ASJ) उत्तम आनंद रणधीर वर्मा चौक पर सुबह की सैर के लिए गए थे। यहां उन्हें एक ऑटो रिक्शा ने टक्कर मार दी। राहगीरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
पहले माना जा रहा था कि सड़क दुर्घटना में जज की मौत हुई है, लेकिन CCTV फुटेज से लग रहा है कि ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने जानबूझकर उन्हें टक्कर मारी थी।
जांच
राज्य सरकार ने किया था विशेष टीमों का गठन
CCTV फुटेज सामने आने के बाद जज की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया था। राज्य सरकार ने मामले की जांच और दोषियों को दबोचने के लिए विशेष टीमों का गठन किया था। मामले में अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और पुलिस ने ऑटो भी बरामद कर लिया है।
शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि घटना के समय वो नशे में थे। पुलिस इस घटना की तह में जाने का प्रयास कर रही है।
जानकारी
हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ले चुके संज्ञान
घटना के कुछ ही घंटे बाद झारखंड हाई कोर्ट ने इसका संज्ञान लेते हुए कहा था कि अगर जांच ठीक तरीके से नहीं की गई तो यह मामला CBI को सौंपा जाएगा।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के DGP और मुख्य सचिव से एक हफ्ते के भीतर जांच की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह आदेश हाई कोर्ट में चल रहे मामले को किसी भी तरह प्रभावित नहीं करेगा।
जानकारी
अगले हफ्ते तक जमा करानी होगी रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने अगले हफ्ते तक झारखंड के मुख्य सचिव और DGP से इस मामले की जांच से जुड़ी रिपोर्ट जमा कराने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में जजों और वकीलों पर खतरों को देखते हुए यह स्वत: संज्ञान लिया था।
जानकारी
अहम मामलों की सुनवाई कर रहे थे जज उत्तम आनंद
घटना की CCTV फुटेज सामने आने के बाद इसे हादसे से ज्यादा साजिश के तौर पर देखा जा रहा है।
जज उत्तम आनंद झरिया से विधायक संजीव सिंह के नजदीकी संजय सिंह की हत्या के मामले समेत कई अहम मामलों की सुनवाई कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने हालिया दिनों में ही उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर अमन सिंह के गिरोह के सदस्यों की जमानत याचिका ठुकराई थी।
जांच में इस एंगल को भी शामिल किया गया है।