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इस बार 26 जनवरी को कर्तव्य पथ की परेड में दिखेगा जानवरों का दस्ता, जानिए खासियत
दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में दिखेगा जानवर दस्ता

इस बार 26 जनवरी को कर्तव्य पथ की परेड में दिखेगा जानवरों का दस्ता, जानिए खासियत

लेखन गजेंद्र
Dec 31, 2025
04:23 pm

क्या है खबर?

देश की राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) पर निकलने वाली परेड इस बार कुछ खास होगी। पहली बार, भारतीय सेना के रिमाउंट एंड वेटरनरी कॉर्प्स (RVC) की ओर से विशेष जानवरों का एक खास दस्ता जवानों के साथ कदमताल मिलाते दिखेंगे। यह दस्ता परेड में सेना की परंपरा को दर्शाएगा और दुर्गम हिमालयी सीमाओं पर इन 'मूक योद्धाओं' के अटूट योगदान और बलिदान को भी सलाम करेगा।

परेड

दस्ते में कौन-कौन से जानवर होंगे शामिल?

दस्ते में शामिल 2 कूबड़ वाले बैक्ट्रियन ऊंट RVC परेड की अगुवाई करेंगे। इनको हाल में लद्दाख के ठंडे रेगिस्तान में गश्त और रसद पहुंचाने के लिए शामिल किया गया है। जांस्कर पोनी यानी 4 जांस्कर टट्टू भी परेड में होंगे, जो लद्दाख की स्वदेशी नस्ल है और अपनी जबरदस्त सहनशक्ति के लिए जानी जाती है। हवाई निगरानी करने वाले 4 शिकारी पक्षी, 10 भारतीय नस्ल और 6 विदेशी नस्ल के सैन्य कुत्ते भी परेड में हिस्सा लेंगे।

खासियत

इन जानवरों की खासियत क्या है?

बैक्ट्रियन ऊंट 15,000 फीट की ऊंचाई तक 250 किलो का वजन ढो सकता है। लद्दाख में यह सबसे अधिक उपयोगी है। जांस्कर टट्टू शून्य से नीचे 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी 40-60 किलो तक वजन लेकर 70 किलोमीटर तक चल सकता है। शिकारी पक्षी दुश्मनों के ड्रोन को मार गिराने और संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी का काम करते हैं। देसी नस्ल के सैन्य कुत्ते मुधोल और रामपुर हाउंड बम निरोधक दस्ते और बचाव अभियान में शामिल होते हैं।

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ट्विटर पोस्ट

परेड के पूर्वाभ्यास में शामिल जानवर दस्ता

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