भाजपा सांसदों के खिलाफ FIR के बाद देवघर के उपायुक्त के खिलाफ राजद्रोह का मामला
देवघर हवाई अड्डे से सूर्यास्त के बाद जबरन उड़ान की मंजूरी लेने के आरोप में झारखंड पुलिस ने शनिवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी समेत नौ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसके थोड़ी ही देर बार दिल्ली पुलिस ने दुबे की शिकायत पर देवघर के उपायुक्त और झारखंड पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया। इन पर राष्ट्र सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप लगाया गया है।
क्या है जबरन मंजूरी लेने का मामला?
झारखंड में दर्ज FIR के अनुसार, 31 अगस्त को गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे, उनके बेटे कनिष्क दुबे, महिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी, मुकेश पाठक, देवता पांडे और पिंटू तिवारी बिना अनुमति के उच्च सुरक्षा वाले एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) कक्ष में घुसे और अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों से चार्टर्ड प्लेन को उड़ान भरने की जबरन मंजूरी ली। हालांकि, नए बने इस हवाई अड्डे से फिलहाल सूर्यास्त के बाद उड़ान भरने की इजाजत नहीं है।
दुबे ने दिल्ली में दर्ज कराई शिकायत
भाजपा सांसद दुबे ने शनिवार को नई दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू पुलिस थाने में शिकायत देकर FIR दर्ज करवाई है। पुलिस ने देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजांत्री और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124A (राजद्रोह), 353 (सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य से रोकना), 448 (अनाधिकार प्रवेश करना), 201 (सबूत मिटाना) और 120B (आपराधिक साजिश) आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने जीरो FIR कर इसे देवघर पुलिस को भेज दिया है।
सांसद ने अपनी शिकायत में क्या कहा?
दुबे ने अपनी शिकायत में कहा है कि जब वो जा रहे थे, तब झारखंड पुलिस और वहां के कर्मचारियों ने उन्हे रोका और उनके साथ आ रहे उनके बेटों को गालियां दी। दुबे ने उन पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि देवघर उपायुक्त के आदेश पर कर्मचारियों ने उनके काम में बाधा डाली। अगले दिन पता चला कि DC ने हवाई अड्डे के प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश किया था।
भजांत्री ने FIR पर क्या प्रतिक्रिया दी?
FIR पर प्रतिक्रिया देते हुए भजांत्री ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह FIR बेतुकी और पूरी तरह मनगढंत कहानी है, जिसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए पकड़े जाने के बाद तैयार किया गया है। सक्षम अधिकारियों द्वारा जांच में सबकुछ सामने आ जाएगा।
ट्विटर पर हुई थी तू-तू, मैं-मैं
यह मामला बढ़ने के बाद सांसद और उपायुक्त के बीच ट्विटर पर भी गहमागहमी हुई थी। दुबे ने ट्वीट कर उपायुक्त से पूछा कि वो हवाई अड्डे के अंदर कैसे पहुंचे और उन्हें CCTV फुटेज देखने की अनुमति कहां से मिली। दुबे ने भजांत्री पर राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप लगाया। इसका जवाब देते हुए भजांत्री ने कहा कि उनके पास अंदर जाने की अनुमति है और उन्होंने गेट पास लिया था।