स्वास्थ्य मंत्रालय का अधिकारी बनकर 15 करोड़ रुपये की ठगी, आरोपी 3 साल बाद गिरफ्तार
क्या है खबर?
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने स्वास्थ्य मंत्रालय का अधिकारी बनकर 15 करोड़ रुपये ठगी करने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी 3 साल से फरार था।
आरोपी की पहचान 48 वर्षीय प्रफुल्ल कुमार नायक के रूप में हुई है। आरोप है कि उसने 2021 में कोविड महामारी के दौरान विभिन्न राज्यों में कोविड-19 टीकों के परिवहन के लिए कार्य आदेश प्राप्त करने के बहाने लोगों से रुपये ठगे।
आरोपी ने कुल 15 करोड़ रुपये ठगे हैं।
ठगी
कैसे लोगों को ठगा?
पुलिस ने बताया कि सबसे पहले सुनील कौशिक ने शिकायत की थी कि 2021 में कोविड-19 टीको के परिवहन के कार्य आदेश प्राप्त करने के बहाने उनसे 4 करोड़ रुपये ठगे थे।
इसके बाद ऐसी ही कार्यप्रणाली वाली 4 और शिकायतें भी प्राप्त हुईं, जिससे ठगी गयी राशि 15 करोड़ रुपये पहुंच गई।
शिकायतकर्ताओं का विश्वास जीतने के लिए नायक उन्हें मंत्रालय भी ले गया था।
वहां उसने बैठकें कर फर्जी कार्य आदेश जारी करवाया।
जांच
मंत्रालय के कर्मचारी भी मिले थे
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, आरोपी नायक ओडिशा का निवासी है और स्नातक करने के बाद ट्रैवल एजेंट के रूप में कार्य करता था।
पुलिस ने बताया कि मामले में मंत्रालय के रिसेप्शन अधिकारी और 2 अन्य अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया था, जिनकी मदद से आरोपी ने मंत्रालय में प्रवेश किया था।
ठगी का मुख्य आरोपी हरमन सभरवाल समेत 8 लोगों ने पुलिस ने 2022 में ही गिरफ्तार कर लिया था, तब से नायक फरार था।