दिल्ली: ओल्ड राजेंद्र नगर में 'मौत के कुएं' से कम नहीं हैं बेसमेंट, सामने आया वीडियो
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबकर हुई 3 छात्रों की मौत के बाद यहां की सच्चाई सामने आने लगी है। कोचिंग सेंटर और घरों को इस कदर बनाया गया है कि अगर कोई हादसा हो जाए तो जान बचाकर भागना मुश्किल होगा। बेसमेंट में बने कोचिंग सेंटर और पुस्तकालय तो मौत के कुएं जैसे हैं। इसमें बिजली के तार भी ऐसे खींचे गए हैं कि शॉर्ट सर्किट होने पर आग आसानी से भड़क जाए।
पतली सी गली और लकड़ी से बना पुस्तकालय
समाचार एजेंसी PTI की ओर से जारी की गई एक वीडियो में ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बने पुस्तकालय को दिखाया गया है। पुस्तकालय तक पहुंचने की सीढ़ियां इतनी पतली हैं कि एक बार में सिर्फ एक व्यक्ति ही निकल सकता है। बेसमेंट का पुस्तकालय पुरी तरह लकड़ी का बना है और इसमें भी बायोमेट्रिक मशीन लगी है। बिजली के तार लकड़ी के तख्तों से गुजर रहे हैं। बेसमेंट में सुरक्षित निकासी नहीं है।
बेसमेंट में सिर्फ पुस्तकालय नहीं, कैंटीन और कमरा भी
ओल्ड राजेंद्र नगर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आने वाले छात्रों का कहना है कि बेसमेंट पूरी तरह अवैध है, लेकिन लोगों ने इसे पैसे कमाने का जरिया बना रखा है। छात्रों ने बताया कि बेसमेंट में सिर्फ पुस्तकालय ही नहीं बल्कि कैंटीन और रहने के लिए कमरे भी मिल जाएंगे। इसके पैसे भी काफी लिए जाते हैं। छात्रों से यहां काफी वसूली होती है और सरकारी विभाग के लोग भी इनसे मिले रहते हैं।
वीडियो में देखिए बेसमेंट में बना पुस्तकालय
क्या है 3 छात्रों की मौत का मामला?
27 जुलाई की शाम को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउ कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बने पुस्तकालय में भारी बारिश के बाद पानी घर गया था। इस दौरान यहां फंसे 35 छात्रों में 3 की डूबने से मौत हो गई। मृतकों केरल के नेविन डाल्विन, तेलंगाना की तान्या सोनी और उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव हैं। मामले में अब तक कोचिंग सेंटर के मालिक और संयोजक समेत 7 गिरफ्तार किए गए हैं। नगर निगम ने 13 कोचिंग सील की है।