दिल्ली: मानसिक विकलांगों के लिए बने आश्रय गृह में एक महीने में 14 लोगों की मौत
दिल्ली से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां मानसिक रूप से विकलांग लोगों के लिए बनाए गए आश्रय गृह में पिछले एक महीने में 14 लोगों की मौत हुई है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, रोहिणी स्थित आशा किरण होम में पिछले 7 महीने में 27 लोगों की मौत हुई है और जुलाई में 14 की जान गई है। मरने वालों में 1 नाबालिग और 6 महिलाएं शामिल हैं, जबकि अन्य 20 से 30 साल के हैं।
इस साल हर महीने कितनी हुई मौतें?
रिपोर्ट के मुताबिक, आश्रय गृह में जनवरी में 3, फरवरी में 2, मार्च में 3, अप्रैल में 2, मई में 1, जून में 3 और जुलाई में 14 मौत हुई है। इससे पहले वर्ष 2023 में जनवरी से जुलाई तक 13 मौत हुई थी। आश्रय गृह में पहले भी बच्चों की मौत होती रही है, लेकिन प्रशासन आंख मूंदे रहा। दिल्ली सरकार ने मामले की जांच के लिए आयोग का गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
कैसे हो रही मौतें?
दिल्ली के रोहिणी में स्थित आश्रय गृह में बच्चों की मौत के मामले में उपजिलाधिकारी मनीष वर्मा ने बताया कि मौतों का आंकड़ा काफी ज्यादा है, अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, मौत का कारण फेंफड़ों का संक्रमण, टीबी की बीमारी और निमोनिया समेत कई अन्य बीमारियां हैं। कुछ मृतकों में कुपोषण के लक्षण भी दिखे हैं। भोजन की विषाक्तता की संभावना की जांच के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) की रिपोर्ट आनी है।
उत्तर भारत का एकमात्र सरकारी आवासीय परिसर
रोहिणी सेक्टर 1 स्थित आशा किरण होम मानसिक विकलांग लोगों के रहने के लिए उत्तर भारत का एकमात्र सरकारी आवासीय परिसर है। यहां 350 लोगों के रहने की क्षमता है। यह 1989 में शुरू हुआ था। इसे दिल्ली का समाज कल्याण विभाग संचालित करता है।