दो महीने से वन विभाग इस हथिनी की कर रहा था तलाश, अब जाकर मिली
क्या है खबर?
दो महीने से गायब दिल्ली की आखिरी हथिनी लक्ष्मी को ढूंढ लिया गया है। दिल्ली पुलिस की टीमें पिछले दो महीनों से इस हथिनी की तलाश में लगी हुई थी।
इस हथिनी को इसके महावत ने छिपा दिया था। मंगलवार रात पुलिस की टीम ने हाथिनी को सुरक्षित बचाया और उसके महावत युसुफ अली को गिरफ्तार कर लिया।
35 वर्षीय लक्ष्मी 6 जुलाई को यमुना किनारे से गायब हुई थी।
आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
यमुना खदर इलाके में मिली लक्ष्मी
DPC (ईस्ट) जमसीत सिंह ने बताया कि लक्ष्मी और उसके महावत का पता लगा लिया गया है और वन विभाग को इसके बारे में सूचना दे दी गई है। पुलिस ने बताया कि लक्ष्मी और महावत यमुना खदर इलाके के पास चिल्ला गांव में मिले।
मामला
2016 में शुरू हुआ था यह मामला
यह पूरा मामला 2016 में शुरू हुआ था। दरअसल, वन विभाग ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि दिल्ली में छह पालतू हाथी हैं, जिनकी सही ढ़ंग से देखरेख नहीं हो रही है और यह पर्यावरण मंत्रालय के दिशानिर्देशों का उल्लंघन है।
अप्रैल, 2017 में इन हाथियों के मालिकों को नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर इन हाथियों को वन विभाग को सौंपने को कहा गया।
ऐसा नहीं करने पर हाथियों को जब्त करने का आदेश दिया गया था।
मामला
लक्ष्मी को लेने गए अधिकारियों से हुई मारपीट
इसे लेकर हाथियों के मालिकों ने वन विभाग के खिलाफ हाई कोर्ट में कई याचिकाएं दायर कर दी।
इसी बीच 1 जुलाई को दिल्ली वन विभाग को हरियाणा के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन से आदेश मिला कि लक्ष्मी को यमुनानगर स्थित हाथियों के पुनर्वास केंद्र बन सेंतौर में भेजा जा सकता है।
आदेश मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी अली से लक्ष्मी को लेने गए, जहां दोनों पक्षों में कहासुनी और मारपीट हो गई।
लापता
घटना के बाद से लक्ष्मी को लेकर गायब था अली
अली का आरोप है कि अधिकारियों से उनके घर वालों से मारपीट की। वहीं विभाग अली के परिवार पर मारपीट का आरोप लगा रहा है।
इसके बाद पर्यावरण और वन विभाग के मुख्य सचिव ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर लक्ष्मी को बरामद करने और वन अधिकारियों से मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तार करने को कहा।
6 जुलाई से ही अली लक्ष्मी को लेकर गायब हो गये। उन्होंने कहा कि उन्होंने यमुना के जंगलों में लक्ष्मी को छिपा दिया था।
फैसला
कोर्ट के फैसले के इंतजार में अली
News18 के मुताबिक अली के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी है।
उन्होंने कहा कि वो कोर्ट के हर आदेश का मानने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा, "कोर्ट जो कहेगा मैं करूंगा, लेकिन ये हथिनी मेरी है। इसके साथ हमारा भावनात्मक लगाव है। अगर फैसला वन विभाग के पक्ष में आता है तो मैं उन्हें लक्ष्मी को सौंप दूंगा। तब तक यह मेरे पास है। अगर कोर्ट लक्ष्मी को दिल्ली से बाहर भेजना चाहती है तो इसे मेरी देखरेख में रखना होगा।"