दिल्ली: कर्मचारी ने नौकरी से निकालने को लेकर की मालिक दंपति सहित 3 की हत्या
दिल्ली के हरिनगर इलाके में नौकरी से निकालने को लेकर ब्यूटी पॉर्लर चलाने वाले दंपति और उनकी नौकरानी की बेहरमी से हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात के बाद आरोपी घर में लगे CCTV और उसकी DVR भी अपने साथ ले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को अस्पताल पहुंचाकर आस-पास लगे दूसरे CCTV की फुटेज के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
आरोपियों ने चार मंजिला इमारत में दिया वारदात को अंजाम
दिल्ली पुलिस ने बताया कि मृतकों में हरिनगर के अशोक नगर निवासी समीर आहूजा (38), उनकी पत्नी शालू आहूजा (35) और तिहाड़ गांव निवासी नौकरानी सपना (28) है। इसी तरह गिरफ्तार आरोपियों में नजफगढ़ निवासी सचिन (19) और उत्तम नगर निवासी सुजीत (21) है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मंगलवार को अशोक नगर स्थित दंपति की चार मंजिला इमारत में इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया था।
आरोपियों ने कैसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे दो बाइक पर आए पांच आरोपियों ने घर में घुसकर पहले ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद शालू आहूजा की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने पहली मंजिल पर मौजूद समीर के सिर पर फ्राइंग पैन से हमला कर घायल किया और फिर चाकू मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि उसी दौरान दंपति की नौकरानी सपना भी घर पहुंच गई। इस पर आरोपियों ने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी।
दंपति की दो वर्षीय बेटी को जिंदा छोड़ गए आरोपी
पुलिस ने बताया कि वारदात के समय दंपति की दो वर्षीय बेटी दूसरी मंजिल पर कंबल में सो रही थी। ऐसे में आरोपी उसे ढूंढ नहीं पाए और तीनों की हत्या करने के बाद घर में तोड़फोड़ कर और कीमती सामान चुराकर फरार हो गए।
कैसे हुआ वारदात का खुलासा?
पुलिस ने बताया कि समीर के ड्राइवर के सुबह 9 बजे घर पहुंचने पर वारदात का खुलासा हुआ। घर में घुसते ही उसने शालू और सपना के खून से लथपथ शव देखे। उसके बाद पहली मंजिल पर समीर का लहुलुहान शव पड़ा मिला। इस पर उसने तत्काल पुलिस को सूचना कर दी। पुलिस ने बताया कि मौके पर पहुंचकर तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया और जांच की तो वहां CCTV और उनकी DVR (रिकॉर्डिंग डिवाइस) नहीं मिली।
पुलिस ने क्या की कार्रवाई?
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौके पर फोरेंसिक और डॉग स्कॉयड की टीम को बुलाकर जांच कराई गई और आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए। उसके बाद आसपास के CCTV कैमरों की जांच की तो दो बाइकों पर पांच आरोपियों के घर में दाखिल होने और 9 बजे जल्दबाजी में घर से भागते नजर आए। उन्होंने बताया कि CCTV फुटेज के आधार पर सबसे पहले सचिन और सुजीत की पहचान की गई और छह घंटे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने क्यों दिया वारदात को अंजाम?
सचिन और सुजीत ने पुलिस को बताया कि शालू घर के ग्राउंड फ्लोर पर काव्या ब्यूटी मेकओवर नाम से सैलून चलाती थीं। वारदात का मुख्य आरोपी और उनका दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सैलून में काम करते थे। 10 दिन पहले दोनों के आपत्तिजनक हालत में मिलने पर नौकरी से निकाल दिया था। उन्होंने बताया कि समीर ने उन्हें अपमानित किया और विवाद होने पर थप्पड़ भी मारा था। इस पर उनके दोस्त ने बदला लेने की योजना बनाई थी।