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रूसी सेना में भर्ती 10 भारतीयों की मौत की पुष्टि, पंजाब के 3 युवक भी शामिल
रूसी सेना में शामिल हुए 10 भारतीय युवाओं की मौत की पुष्टि हो गई है (तस्वीर: फाइल)

रूसी सेना में भर्ती 10 भारतीयों की मौत की पुष्टि, पंजाब के 3 युवक भी शामिल

Dec 28, 2025
08:46 pm

क्या है खबर?

विदेश में काम की तलाश में गए और बाद में रूस की सेना में भर्ती होने वाले भारतीय युवाओं से जुड़ी अहम खबर सामने आई है। पंजाब के जालंधर जिले के गोराया निवासी जगदीप सिंह रूसी सेना में भर्ती हुए 10 भारतीय नागरिकों की मौत की पुष्टि करने वाले आधिकारिक दस्तावेजों के साथ लौटे हैं। ये दस्तावेज रूसी सेना द्वारा जारी किए गए थे और उन्होंने इन्हें राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल के कार्यालय में जमा कराए हैं।

पहचान

मृतकों में पंजाब के 3 युवक की भी शामिल

मृतकों में पंजाब के 3 युवक शामिल थे। इसी तरह शेष 7 उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से थे। मृतकों में तेजपाल सिंह (अमृतसर), अरविंद कुमार (लखनऊ), धीरेन्द्र कुमार (उत्तर प्रदेश), विनोद यादव और योगेंद्र यादव समेत 5 अन्य शामिल हैं। हालांकि, दीपक, योगेश्वर प्रसाद, अजहरुद्दीन खान और राम चंद्र अभी भी लापता हैं और उनका अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। इन दस्तावेजों से भारतीयों को धोखे से रूसी सेना में भर्ती किए जाने पर मुहर लग गई।

खुलासा

कैसे हुआ 10 भारतीय युवाओं की मौत का खुलासा?

जगदीप की सीचेवाल से पहली मुलाकात 29 जून, 2024 को हुई थी। वह रूसी सेना में अपने भाई मंदीप और अन्य भारतीयों को ढूंढने में मदद मांग रहे थे। अपने भाई का पता लगाने में असफल रहने के बाद जगदीप 2 बार रूस गए। एक बार वह 21 दिन और दूसरी बार 2 महीने बिताए। भाषा की बाधाओं और खानपान संबंधी चुनौतियों के बावजूद उन्होंने रूस में भारतीयों की स्थिति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने में कामयाबी हासिल की।

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अपील

सीचेवाल ने सरकारी हस्तक्षेप की अपील

सीचेवाल ने भारत सरकार से अपील की है कि वह रूसी सेना में भारतीयों की भर्ती रोकने के लिए राजनयिक माध्यमों का इस्तेमाल करे। उन्होंने यह भी मांग की कि मृत भारतीयों के शवों को उनके धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए लौटाया जाए। इसके अलावा, उन्होंने उन ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने कथित तौर पर झूठे वादे करके इन भारतीयों को धोखा दिया और उन्हें खतरे में डाला।

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आरोप

जगदीप ने एजेंटों पर लगाया धोखाधड़ी करने का आरोप 

जगदीप ने आरोप लगाया कि आकर्षक नौकरी के प्रस्तावों का लालच देकर एजेंटों द्वारा बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के माध्यम से भारतीयों को रूसी सेना में भर्ती किया जाता है। कई भारतीय पर्यटक वीजा पर रूस जाते हैं, लेकिन मामूली दस्तावेज संबंधी समस्याओं के कारण उन्हें हिरासत में लेकर जेल भेज दिया जाता है। उसके बाद उन्हें रूसी सेना में शामिल होने के लिए मानसिक दबाव, धमकी, यातना और जबरदस्ती का सामना करना पड़ता है।

मदद

जगदीप ने रूस में भारतीय दूतावास के मददगार न होने का लगाया आरोप

जगदीप ने यह भी दावा किया कि हवाई अड्डों पर दस्तावेज संबंधी समस्या के कारण हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीयों द्वारा सहायता मांगने पर रूस स्थित भारतीय दूतावास पर्याप्त सहयोग नहीं करता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, लगभग 200 भारतीयों को रूसी सेना में भर्ती किया गया है। हालांकि, जगदीप के अनुसार, वर्तमान में 700-800 भारतीय रूसी जेलों में बंद हैं और इतनी ही संख्या में भारतीय सेना में भर्ती हो चुके हैं।

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