उत्तर प्रदेश: मिड डे मील में मिला मरा हुआ चूहा, कई छात्र पहुंचे अस्पताल
उत्तर प्रदेश में मिड डे मील को लेकर एक और विवाद सामने आया है। ताजा मामले में राज्य के मुजफ्फरनगर जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को दिए गए मिड डे मील में मरा हुआ चूहा मिला है। इस खाने को खाने के बाद कई छात्रों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले सोनभद्र में भी मिड डे मील में घपले का मामला सामने आया था।
छात्रों को दिया गया था दाल-चावल
मंगलवार को मुजफ्फनगर के मुस्तफाबाद के पचेंडा स्थित सरकारी स्कूल जनता इंटर कॉलेज में छात्रों को मिड डे मील मैन्यू के मुताबिक दाल-चावल दिए गए थे। इस दाल-चावल में एक मरा हुआ चूहा मिला और इसे खाने के बाद नौ छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। अन्य कई छात्रों ने भी बेचैनी की शिकायत की जिसके बाद इन सभी छात्रों को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों के अनुसार बच्चों की हालत फिलहाल ठीक है।
SDM ने दिए मामले में जांच के आदेश
सभी छात्रों को इलाज के बाद इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया गया है। इस बीच खाद्य औषधि प्रशासन विभाग ने घटना की जानकारी मिलने पर स्कूल जाकर मिड डे मील को जब्त करके इसके नमूने लिए। SDM नीरज मलिक ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं और जिलाधिकारी को घटना की सूचना दी गई है। खबरों के अनुसार, हापुड़ का जन कल्याण सेवा समिति नामक संगठन इस स्कूल में मिड डे मील की सप्लाई करता है।
सोनभद्र में एक लीटर दूध में मिलाया गया था एक बाल्टी पानी
बता दें कि पिछले हफ्ते सोनभद्र में भी मिड डे मील में घपले का एक मामला सामने आया था। जिले के सलई बनवा के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाकर उसे 81 बच्चों के बीच बांटा गया था। मामले में रसोइया ने कहा था कि उसे स्कूल प्रशासन की ओर से एक लीटर दूध ही दिया गया था जिसके कारण उसे उसमें एक बाल्टी पानी मिलाना पड़ा।
मिर्जापुर में बच्चों को नमक के साथ दी गईं थीं रोटियां
इससे पहले अगस्त में राज्य के मिर्जापुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जो काफी विवादों में रहा था। यहां एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील में बच्चों को नमक के साथ रोटियां दी गईं थीं। एक स्थानीय पत्रकार के इस घटना का वीडियो बना लिया था, जिसके वायरल होने पर पूरा मामला प्रकाश में आया था। बाद में प्रशासन ने इस पत्रकार के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा दर्ज कराया था।
क्या है मिड डे मील योजना?
मिड डे मील योजना के तहत सरकारी स्कूलों के छात्रों को दोपहर का खाना प्रदान किया जाता है। ये खाना एक पूर्व निर्धारित मैन्यू के आधार पर दिया जाता है जिसमें बच्चों के लिए जरूरी पोषणों का ख्याल रखा जाता है।