मध्य प्रदेश: हफ्तों से लापता परिवार के पांच सदस्यों की लाशें गहरे गड्ढे में दबी मिली
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के देवास में कई हफ्ते पहले लापता हुए एक आदिवासी परिवार के पांच लोगों के शव मिले हैं।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि सभी को गला घोंटकर मारा गया और फिर पहले से बने 8-10 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया गया। पुलिस ने मशीन की मदद से मिट्टी हटाकर इन शवों को बाहर निकाला।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकी की तलाश जारी है।
जानकारी
13 मई को लापता हुए थे एक ही परिवार के पांच सदस्य
जानकारी के अनुसार, 13 मई को देवास की रहने वाली 45 वर्षीय ममता अपनी दो बेटियों और उनके दो चचेरे भाई-बहनों के साथ लापता हुई थीं। इस घटना के पीछे प्रेम प्रसंग को वजह माना जा रहा है।
जानकारी
17 मई को दर्ज हुई गुमशुदगी की रिपोर्ट
अमर उजाला के अनुसार, पुलिस अधिकारी डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया कि पीथमपुरा निवासी भारती ने 17 मई को अपनी मां समेत परिवार के पांच लोगों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दी थी। जांच में पाया गया कि नेमावर के रहने वाले 25 वर्षीय सुरेंद्र का ममता की बेटी रूपाली के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। सुरेंद्र की शादी कहीं और तय होने पर रूपाली उसमें अड़ंगा डालने लगी। इसके बाद सुरेंद्र ने रूपाली और उसके परिवार की हत्या कर दी।
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कंकाल बन चुके थे शव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हत्या के बाद पांचों शवों को खेत में पहले से बनाए गए गड्ढे में दफना दिया गया।
आरोपियों ने शवों को जल्दी गलाने के लिए उन पर नमक और यूरिया खाद भी डाल दी। जब पुलिस ने इन शवों को बाहर निकाला तो ये कंकाल बन चुके थे।
पुलिस ने बताया कि किसी भी लाश पर कपड़ा नहीं था और आरोपियों ने मृतकों के कपड़े निकालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया।
कबूलनामा
पुलिस का दावा- आरोपी ने गुनाह कबूला
पांचों मृतक नेमवार में आरोपी के घर में किराए पर रहते थे।
कथित तौर पर इनकी हत्या करने के बाद आरोपी सुरेंद्र कई दिनों तक रूपाली का फोन इस्तेमाल करता रह। मैसेज करने पर वह जवाब देता कि सब लोग बिल्कुल ठीक और सुरक्षित हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है और इस काम में उसकी मदद करने वाले बाकी लोगों की तलाश की जा रही है।
जांच
आरोपी ने किया जांच भटकाने का प्रयास
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने जांच को भटकाने का पूरा प्रयास किया था। उसने रूपाली के फोन से सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली कि उसने अपनी मर्जी से शादी कर ली है और वह अपनी मां और भाई-बहनों के साथ सुरक्षित और खुश हैं।
बाद में पुलिस ने रूपाली की कॉल डिटेल निकाली तब पता चला कि वह आरोपी के साथ लगातार संपर्क में थी। यह सुराग मिलने के बाद पुलिस असली आरोपी तक पहुंचने में सफल हुई।