मध्य प्रदेश: पार्टी में खाना छूने पर दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार नहीं रुक रहा हैं। पहले शिवपुरी में भाजपा को वोट नहीं देने पर सरकार के मंत्री के कहने पर दलित परिवार को प्रताड़ित किया गया तो अब सोमवार को छतरपुर के बुंदेलखंड इलाके में एक पार्टी में खाने को छूने पर उच्च जाति के दो युवकों ने एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया।
घटना
आरोपियों ने खुद के लिए खाना परोसने पर की दलित युवक की हत्या
न्यूज 18 के अनुसार, गौरीहार थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने बताया कि मृतक युवक देवराज अनुरागी (25) है।
सोमवार को क्षेत्र के किशनपुर गांव में एक पार्टी आयोजित की गई थी। पार्टी में साफ-सफाई के लिए देवराज को बुलाया गया था। देवराज ने साफ-सफाई करने के बाद वहां रखे खाने में से खुद को खाना परोस लिया।
इससे गुस्साए आरोपी भूरा सोनी और संतोष पाल ने उसकी लाठी-डंडे से पिटाई की कर दी। इससे देवराज की मौत हो गई।
बयान
आरोपियों ने शराब के नशे में दिया वारदात को अंजाम
पार्टी में मौजूद अन्य लोगों ने पुलिस को बताया कि वारदात कें समय दोनों आरोपी शराब के नशे में धुत थे। उन्होंने नशे की हालत में देवराज की बेरहमी से पिटाई की। इससे वह लहुलुहान होकर गिर पड़ा।
इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने देवराज को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
कार्रवाई
पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मामला
छतरपुर पुलिस अधीक्षक (SP) सचिन शर्मा ने बताया कि मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (इरादतन हत्या) और अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी छोटे किसान हैं। इनमें भूरा का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है। दोनों आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अन्य लोगों के भी बयान दर्ज किए गए हैं।
पुराना मामला
दलितों पर पहले भी हो चुका है अत्याचार
यह पहली बार नहीं जब मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार हुआ है। इससे पहले गत 2 दिसंबर को शिवपुरी में एक दलित परिवार को विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने पर राज्यमंत्री के रिश्तेदारों ने उन्हें प्रताड़ित किया था। इसके बाद पूरा परिवार SP कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गया था।
इसी तरह सितंबर 2019 में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में खुले में शौच करने पर दो यादव पुरुषों ने दो दलित बच्चों की हत्या कर दी थी।