उत्तर प्रदेश: शिक्षक की पिटाई से घायल दलित छात्र की मौत, परिजनों ने किया प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के अछल्दा में दो हफ्ते पहले स्कूल शिक्षक की पिटाई से घायल हुए एक 15 वर्षीय दलित छात्र की रविवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शव को स्कूल के बाहर रखकर जमकर प्रदर्शन किया और आरोपी शिक्षक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
स्कूल टेस्ट में एक शब्द गलत लिखने पर शिक्षक ने की पिटाई
पुलिस अधीक्षक (SP) चारु निगम ने बताया कि मृतक छात्र वैशोली गांव निवासी निखित पुत्र राजू दोहरे है। वह आदर्श इंटर कालेज की कक्षा 10 में पढ़ता था। उन्होंने बताया कि 7 सितंबर को आरोपी शिक्षक अश्विनी सिंह ने टेस्ट लिया था। इसमें निखित ने OMR सीट में एक की जगह दो गोले भर दिए और सामजिक विज्ञान विषय को समाजक लिख दिया। इससे गुस्साए शिक्षक ने उसकी लाठी-डंडों और लात-घूंसे से बेहरमी से पिटाई कर दी।
विरोध जताने पर शिक्षक ने दिया उपचार का खर्च
छात्र के पिता ने राजू ने बताया कि मारपीट से उसका बेटा बेहोश हो गया था। सूचना पर जब वह स्कूल पहुंचे तो शिक्षक ने पहले उन्हें धमकाया, लेकिन विरोध जताने पर प्रिंसिपल ने दखल देकर शिक्षक को उपचार खर्च देने के लिए तैयार किया। इस पर शिक्षक ने उन्हें उपचार के नाम पर 40,000 रुपये दिए थे। उन्होंने बताया कि निखित का औरैया और इटावा के प्राइवेट अस्पताल में उपचार कराया था, लेकिन उसकी तबियत में सुधार नहीं हुआ।
परिजनों ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ दर्ज कराया मामला
राजू ने बताया कि शुक्रवार को हालत बिगड़ने पर निखित को इटावा से सैफई रैफर कर दिया था। डॉक्टरों ने बताया था कि बच्चे को बहुत सारी अंदरूनी चोटें आई थीं। इस पर वह शिक्षक के घर पहुंच गए, लेकिन वह नाराज हो गया और जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने के साथ गालियां देकर घर से भगा दिया। इसके बाद उन्होंने थाने पहुंचकर शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया और निखित को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल कराया।
निखित ने रविवार सुबह एंबुलेंस में तोड़ा दम
राजू ने बताया कि रविवार सुबह हालत बिगड़ने पर निखित को सैफई अस्पताल लेकर गए थे, लेकिन उसने अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद ग्रामीण शव लेकर सीधे स्कूल पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने, मामल की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने, 50 लाख का मुआवजा देने और पीड़ित परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी।
भीम आर्मी के सदस्यों ने भी जताया विरोध
दलित बच्चे की मौत की खबर मिलते ही भीम आर्मी के सदस्य भी गांव पहुंच गए और आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। मामला बढ़ता देखकर पुलिस ने गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया।
आश्वासन के बाद परिजनों ने उठाया शव
ग्रामीणों और भीम आर्मी के विरोध के बीच SP निगम ने ग्रामीणों को आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने और सख्त कार्रवाई करने सहित अन्य मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण शव उठाने को तैयार हुए। बाद में पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और ग्रामीणों को गांव के लिए रवाना किया। इधर, छात्र की मौत के बाद से स्कूल बंद है और आरोपी शिक्षक फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए दी जा रही है दबिश- SP
SP निगम ने बताया कि आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई है और उसके छिपने की संभावित जगहों पर दबिश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि टेस्ट की कॉपी वाले कमरे को सीज कर दिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद छात्र द्वारा टेस्ट में की गई गलती की जांच की जाएगी। इधर, DIOS चन्द्रशेखर मालवीय ने बताया कि शिक्षक को निलंबित करने के आदेश कॉलेज प्रबन्धक को दे दिए गए हैं।