राजस्थान: सांप्रदायिक हिंसा के बाद करौली में कर्फ्यू, इंटरनेट भी बंद; अब तक क्या-क्या हुआ?
शनिवार को सांप्रदायिक हिंसा के बाद राजस्थान के करौली में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है, वहीं कर्फ्यू भी लागू कर दिया गया है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्य में बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान जारी कर कहा है कि हिंसा भड़काने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई होगी।
करौली में क्या हुआ था?
करौली में शनिवार को हिंदू नव वर्ष के मौके पर 'नव संवत्सर' बाइक रैली निकाली गई थी। जब ये रैली हटवारा बाजार के एक मुस्लिम बहुल इलाके के पास पहुंची तो इस पर पथराव किया गया। पथराव के बाद इलाके में हिंसा भड़क गई और उपद्रवियों ने एक दर्जन से अधिक दुकानों और तीन मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया। घटना में लगभग 43 लोग घायल हुए जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
सोमवार रात तक शहर में कर्फ्यू लागू
हिंसा को बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने शुरूआत में इलाके में धारा 144 लगाई, लेकिन जब इससे स्थिति पर काबू नहीं पाया जा सका तो सोमवार रात तक कर्फ्यू लागू कर दिया गया। किसी भी तरह की अफवाह से स्थिति खराब न हो, इसके लिए इलाके में इंटरनेट को भी आज आधी रात तक के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है।
शहर में तैनात किए गए 50 अधिकारियों समेत कुल 600 पुलिसकर्मी
भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए करौली में 50 अधिकारियों समेत कुल 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जयपुर से करौली भेजा गया है। जिलाधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत और जिला पुलिस प्रमुख शैलेंद्र सिंह स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं। अभी तक लगभग 36 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। दूसरी तरफ एक घायल की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने राज्य पुलिस प्रमुख और प्रशासन से बात की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, " राजस्थान में हमेशा से हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में मिल-जुल कर रहते हैं। पुलिस तो अपना काम कर ही रही है, लेकिन समाज के बड़े बुजुर्गों को भी शांति बनाए रखने के लिए आगे आना चाहिए। कुछ गैर-गंभीर लोग पूरे समाज को बदनाम करते हैं और माहौल खराब करते हैं।"
भाजपा ने कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति को ठहराया हिंसा के लिए जिम्मेदार
विपक्षी पार्टी भाजपा ने मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी के प्रदेश प्रमुख सतीश पूनिया ने दावा किया कि बाइक रैली पर हमला सुनियोजित था। उन्होंने कहा, "कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति इसके लिए जिम्मेदार है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। हिंदू नव वर्ष पर आयोजित की गई बाइक रैली पर ये हमला सुनियोजित था।" राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।