उत्तर प्रदेश: अस्पताल से भागे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का झाड़ियों में मिला शव
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के अस्पताल से भागने और फिर अगले दिन उसका शव झाड़ियों में पड़ा मिलने का मामला सामने आया है।
मामले में मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल ने मरीज का सही तरह से ध्यान नहीं रखा।
हालांकि, मामले में अस्पताल प्रशासन ने मरीज के परिजनों के आरोपों को खारिज किया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
प्रकरण
सांस लेने में तकलीफ होने पर मरीज को कराया था अस्पताल में भर्ती
NDTV के अनुसार मृतक की उम्र करीब 57 वर्ष है। गत शुक्रवार को सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजनों ने उसे प्रयागराज के स्वरुप रानी नेहरु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह प्रयागराज का लेवल-3 फैसिलिटी वाला COVID अस्पताल है।
शनिवार शाम को मरीज अस्पताल से फरार हो गया। अस्पताल कर्मचारियों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को मरीज का शव अस्पताल से 500 मीटर दूरी पर झाड़ियों में पड़ा मिला।
जानकारी
CCTV फुटेज में अस्पताल से बाहर जाता दिख रहा है मरीज
मरीज के अस्प्ताल से भागने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब अस्पताल के प्रवेश द्वार पर लगे CCTV की फुटेज देखी तो वह बाहर जाता नजर आया। कुछ देर बाद उसे ढूंढने के लिए अस्पताल कर्मचारी भी PPT किट पहनकर जाते दिखाई देते हैं।
आरोप
परिजनों ने लगाया उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप
परिजनों ने मरीज का एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए आरोप लगाया कि शनिवार को मरीज ने अस्पताल से जाने से पहले उन्हें कॉल किया था।
ऑडियो क्लिप में मरीज कर रहा था कि पूरी रात उसका मुंह सूखा रहा और उसे घुटन महसूस हो रही थी। उसने मदद के लिए आवाज भी लगाई, लेकिन कोई नहीं आया।
मृतक की बेटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल की अनदेखी की वजह से पिता की मौत हुई है।
बचाव
अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज
SRN अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ एसपी सिंह ने कहा कि मरीज को बुखार और सांस लेने में तकलीफ थी। उसकी हालत में सुधार हो रहा था, लेकिन वह अचानक अस्पताल से चला गया। डॉक्टरों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले कि कोई समझ पाता कि क्या हो रहा है, मरीज भाग गया।
उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओर से उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई। मामले की सूचना पुलिस को दे दी थी।
लापरवाही
अस्पताल में पहले भी सामने आ चुका है लापरवाही का मामला
SRN अस्पताल पर लापरवाही का पहली बार आरोप नहीं लगा है। इससे पहले 18 जुलाई को भी कोरोन वार्ड में एक 65 वर्षीय मरीज की मौत हो गई थी।
उस दौरान भी परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया था।
उस घटना का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें साफ देखा जा सकता था कि अस्पताल में मरीज मदद के लिए चिल्लाता रहता है, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई भी नहीं आता है।
महाराष्ट्र
जलगांव के अस्पताल से लापता हुई वृद्ध का शौचालय में मिला था शव
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का ऐसा ही मामला महाराष्ट्र के जलगांव में भी सामने आया था। जून के पहले सप्ताह में वहां के सिविल अस्पताल में भर्ती कराई गई 87 वर्षीय वृद्धा अचानक लापता हो गई थी।
अस्पताल प्रशसन ने उसकी सभी जगह तलाश करने का दावा किया था, लेकिन घटना के आठ दिन बाद वृद्धा का शव अस्प्ताल के ही शौचायल में सड़ी-गली हालत में मिला था। इसके अस्पताल की लापरवाही का उजागर कर दिया था।