चुनाव के बाद बिहार में बढ़ सकती है कोरोना संक्रमण की रफ्तार, केंद्रीय टीम ने चेताया
बीते महीने बिहार का दौरा करने वाली एक केंद्रीय टीम ने चेतावनी दी थी कि विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद राज्य में कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं। केंद्र सरकार ने मतगणना वाले दिन जानकारी देते हुए बताया कि इस तीन सदस्यीय टीम ने कहा है कि चुनावों के दौरान राज्य में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हुआ है। इससे महामारी फैलने का खतरा बढ़ा है।
बिहार में एक करोड़ टेस्ट, RT-PCR केवल 12 प्रतिशत
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में रोजाना एक लाख टेस्ट हो रहे हैं और अब तक एक करोड़ से अधिक कोरोना वायरस टेस्ट हो चुके हैं। हालांकि, इनमें से RT-PCR टेस्ट की संख्या केवल 12 प्रतिशत ही है। इस टेस्ट को सबसे भरोसेमंद टेस्ट माना जाता है। इस लिहाज से राज्य में 88 प्रतिशत एंटीजन टेस्ट हुए हैं, जिनकी विश्वसनीयता RT-PCR की तुलना में काफी कम है।
ग्रामीण इलाकों में भारी लापरवाही बरती गई- केंद्रीय टीम
केंद्र सरकार लगातार कहती आई है कि अगर किसी व्यक्ति में महामारी के लक्षण हैं और एंटीजन टेस्ट में वह नेगेटिव पाया गया है तो उसे RT-PCR टेस्ट कराने की जरूरत है। केंद्रीय टीम ने बताया कि चुनावों के दौरान ग्रामीण इलाकों में भारी लापरवाही बरती गई और महामारी से बचाव के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे थे। सरकार का कहना है अभी हालात नियंत्रण में दिख रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में बिगड़ सकते हैं।
बिहार में महामारी की क्या स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बिहार में अभी तक 2,23,346 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से 6,093 सक्रिय मामले हैं, 2,16,097 लोग महामारी से ठीक हो चुके हैं और 1,156 लोगों की मौत हुई है।
आंकड़ों पर हैरानी जता रहे विशेषज्ञ
बिहार में महामारी के आंकड़ों ने विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया है। स्वास्थ्य अर्थशास्त्री रिजियो जॉन ट्विटर पर लिखते हैं कि बिहार ने एक करोड़ से ज्यादा टेस्ट किए हैं फिर भी दो महीनों तक पॉजीटिविटी रेट 5 प्रतिशत बनी हुई थी। अब यह 2 प्रतिशत हो गई है। अगर ऐसा आगे भी जारी रहा तो यह बिहार जैसे राज्य के लिए बड़ी बात होगी। उन्होंने आगे सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या हकीकत में ऐसा है?
आने वाले दिनों में बिगड़ सकते हैं हालात- भूषण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि आने वाले दिनों में हालात बदल सकते हैं। भूषण ने कहा, "हमने केवल बिहार ही नहीं बल्कि उन राज्यों में भी केंद्रीय टीमें भेजी थीं, जहां उपचुनाव हुए थे। हमें रिपोर्ट मिली है कि इन राज्यों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ और न ही लोगों ने मास्क पहना था।" बता दें कि बिहार विधानसभा चुनावों के साथ-साथ हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना और मध्य प्रदेश आदि राज्यों में उपचुनाव हुए थे।
अगले दो सप्ताह में बढ़ सकते हैं मामले- गुलेरिया
बिहार में स्थिति को चिंताजनक बताते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगले दो सप्ताह में यहां कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं। न्यूज18 के साथ बात करते हुए गुलेरिया ने कहा, "त्योहारी सीजन चल रहा है और छठ पूजा भी आ रही है। मैं सभी से महामारी से बचाव के लिए जरूरी नियमों का पालन करने की अपील करता हूं।"