गाजियाबाद: बेटा-बेटी की हत्या के बाद शख्स ने दोस्त को वीडियो कॉल कर दिखाए थे शव
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक दंपत्ति के अपने दो बच्चों की हत्या करने के बाद खुद आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार, शख्स ने अपने बेटा-बेटी की हत्या करने के बाद एक दोस्त को वीडियो कॉल करके उनके शव दिखाए थे और बाद में सॉरी बोलकर खुद आत्महत्या कर ली। बता दें कि दंपत्ति के साथ उनकी एक महिला सहयोगी ने भी छत से कूदकर अपनी जान दे दी।
क्या है पूरा मामला?
घटना गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वैभव खंड स्थित कृष्णा सफायर रेजिडेंसियल सोसाइटी की है। मंगलवार सुबह करीब पांच बजे पुलिस को एक दंपत्ति और उनकी महिला सहयोगी के इमारत की आठवीं मंजिल पर स्थित अपार्टमेंट से कूदने की सूचना मिली। घटना में गुलशन वसुदेव और एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल दूसरी महिला को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस को अपार्टमेंट में मिली दो बच्चों की लाश
घटना की जांच करते हुए पुलिस जब दंपत्ति के अपार्टमेंट में पहुंची तो वहां बेड पर उनके 13 वर्षीय बेटे और 18 वर्षीय बेटी को मृत पाया। शुरूआती जांच में उनकी गला दबाकर हत्या की जाने की बात सामने आई है। पुलिस को अपार्टमेंट में मृत पालतू खरगोश भी मिला। मृतकों की पहचान पति गुलशन, पत्नी परवीन (43), मैनेजर संजना (38), बेटी कृतिका और बेटा रितिक के रूप में हुई है।
घाटे में चल रही थी गुलशन की जीन्स की फैक्ट्री
पुलिस के अनुसार, गुलशन जीन्स की एक फैक्ट्री चलाता था जो घाटे में चली गई थी। संजना इसी फैक्ट्री में मैनेजर थी। आर्थिक तंगी के कारण डेढ़ महीने पहले ही परिवार शालीमार गार्डन की पॉश सोसायटी छोड़कर इंदिरापुरम शिफ्ट हुआ था।
पुलिस को मिला सफेद बोर्ड पर लिखा सुसाइड नोट
पुलिस को दंपत्ति के अपार्टमेंट में सफेद बोर्ड पर लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें वित्तीय हालत को पूरे परिवार के इस कदम का कारण बताया गया है। सुसाइड नोट में गुलशन के साढू राकेश कुमार का जिक्र है जिसके साथ परिवार का दो करोड़ रुपये का वित्तीय झगड़ा चल रहा था। गुलशन ने राकेश के कारोबार में दो करोड़ रुपये लगाए थे जिन्हें वो वापस नहीं कर रहा था।
क्रिया-कर्म के लिए दीवार पर चिपका कर छोड़े 500-500 रुपये के नोट
पुलिस को सुसाइट नोट के साथ कुछ बाउंस चेक भी मिले हैं जो राकेश ने गुलशन को दिए थे। करीब एक करोड़ रुपये के इन्हीं चेकों के बाउंस होने से गुलशन के परिवार की वित्तीय हालत खराब हो गई थी और मामले में राकेश को जेल जाना पड़ा था। मौके से दीवार पर चिपके हुए 500-500 रुपये के नोट भी बरामद हुए हैं जिन्हें शवों के क्रिया-कर्म के लिए वहां छोड़ा गया है।
दोस्त को वीडियो कॉल करके दिखाए बच्चों के शव
पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि गुलशन ने सुबह करीब 04:30 बजे झिलमिल निवासी अपने गहरे दोस्त रमेश अरोड़ा को वीडियो कॉल करके बच्चों की हत्या करने की जानकारी दी थी। उसने रमेश को बच्चों के शव भी दिखाए थे। बच्चों के शव देखकर रमेश हक्के-बक्के हर गए और उन्होंने गुलशन को समझाने की कोशिश की। लेकिन गुलशन ने उनसे सॉरी बोलकर फोन काट दिया और फिर परवीन और संजना के साथ कूदकर जान दे दी।