कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी
धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में जेल में बंद स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है। साथ ही कोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है कि गिरफ्तारी के समय पुलिस ने तय नियमों का पालन नहीं किया था। फारूकी ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा उन्हें जमानत न दिए जाने के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
क्या है मामला?
मुनव्वर फारूकी को 2 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ आयोजकों में शामिल एडविन एंथोनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव को भी गिरफ्तार किया गया था। इन सभी के खिलाफ भाजपा विधायक के बेटे एकलव्य सिंह गौड़ ने शिकायत की थी जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया।
फारूकी ने दायर की थी रिट पीटिशन
फारूकी ने रिट पीटिशन के साथ स्पेशनल लीव टू अपील (SLP) भी दायर की थी। इन दोनों पर जस्टिस आरएफ नरीमन और बीआर गवई की बेंच ने सुनवाई की। कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के प्रोडक्शन वारंट पर भी स्टे लगा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि गिरफ्तारी के लिए CrPC की धारा 41 (बिना वारंट के गिरफ्तारी) का पालन नहीं किया गया है। साथ ही कोर्ट ने फारूकी के तर्कों में अस्पष्टता की बात भी मानी है।
हाई कोर्ट से नहीं मिली थी जमानत
इससे पहले 28 जनवरी को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने फारूकी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कहा था कि अब तक के सबूतों को देखते हुए लगता है कि याचिकाकर्ता ने जानबूझकर नागरिकों के एक वर्ग की धार्मिक भावनाओं से छेड़छाड़ की है। कोर्ट ने कहा था कि मामले में जब्त सामग्री, गवाहों के बयानों और जांच जारी होने के चलते फिलहाल जमानत याचिकाओं को मंजूर नहीं किया जा सकता।
अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे एकलव्य
आरोपों के अनुसार, हिंदू रक्षक संगठन के प्रमुख एकलव्य अपने कुछ समर्थकों के साथ फारुकी के कार्यक्रम में पहुंचे थे और फारुकी के कुछ जोक्स बोलने पर एकलव्य के समर्थकों ने कार्यक्रम को रुकवा दिया। एकलव्य और उनके समर्थकों ने फारुकी पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया और फारुकी सहित अन्य लोगों को तुकोगंज पुलिस थाने ले गए जहां शिकायत के आधार पर पुलिस ने कुल छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
फारूकी द्वारा देवी-देवताओं का अपमान करने का कोई सबूत नहीं
एकलव्य के दावों के विपरीत इंदौर पुलिस को वीडियो फुटेज की जांच करने के बाद फारूकी के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिले और उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं पर कोई जोक नहीं किया था। तुकोगंज थानाप्रभारी कमलेश शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में ये बात कही थी। हालांकि इंदौर पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कमलेश के इस बयान को खारिज कर दिया और कहा कि फारूकी देवी-देवताओं के खिलाफ जोक करने जा रहे थे।