संसदीय समिति को भेजी रिपोर्ट में CDS ने कहा- समुद्र में हमें चीन-पाकिस्तान से बड़ा खतरा
क्या है खबर?
समुद्र में भारतीय नौसेना को चीन और पाकिस्तान से बड़ा खतरा है। ये बात भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने संसदीय समिति को भेजी रिपोर्ट में कही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आंकड़ों के लिहाज से चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है और वह पाकिस्तानी नौसेना को भी मजबूत करने में मदद कर रहा है।
यह रिपोर्ट हाल ही में संपन्न संसद के बजट सत्र के दौरान पेश की गई।
चीन का दखल
समुद्र में चीन की बढ़ती दखलअंदाजी पर जताई चिंता
रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल एक दशक में चीन के नौसेना जहाजों की संख्या 250 से बढ़ाकर 350 से ज्यादा हो गई है। आने वाले 4-5 सालों में इनकी संख्या 555 के आसपास हो सकती है।
चीन वर्तमान में दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना शक्ति बन गया है। हर समय हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के 5 से 9 जहाज गश्त पर रहते हैं, जो देश की सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।
जहाजों की कमी
भारतीय नौसेना के पास जहाजों की कमी- रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय नौसेना के पास वर्तमान में 131 जहाज हैं। इसे बढ़ाकर 200 जहाज करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन जिस रफ्तार से इसका काम चल रहा है उस लिहाज से ये आंकड़ा 155-160 तक ही पहुंच पाएगा।
जहाजों की संख्या के लिहाज से ये आंकड़ा बेहतर नहीं कहा जा सकता।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संख्या भौगोलिक स्थिति जैसे दूसरे कारकों पर भी निर्भर करती है।
जरूरत
नौसेना की क्षमता को बढ़ाने की जरूरत
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2030 तक पाकिस्तानी नौसेना चीन की मदद से करीब 50 प्रतिशत तक विस्तार कर सकती है। भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान मिलीभगत भी कर सकते हैं, इसलिए जरूरी है कि नौसेना की वर्तमान क्षमता को बढ़ाया जाए।
रिपोर्ट में चीन और पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया गया है बल्कि दोनों के नाम वाली जगह को खाली छोड़ दिया गया है।
संज्ञान
संसदीय समिति ने रक्षा मंत्रालय से संज्ञान लेने को कहा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संसदीय समिति ने इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने की बात कही है। समिति ने रक्षा मंत्रालय को कहा है कि समुद्र में खतरा बढ़ चुका है, इस बात को गंभीरता से लेकर कदम उठाने की जरूरत है।
समिति ने कहा कि हिंद महासागर में जिस तरह से व्यापारिक गतिविधियों की आड़ में चीन और पाकिस्तान का दखल बढ़ रहा है, उस पर सरकार संज्ञान ले।