केरल: मुख्यमंत्री और तीन मंत्रियों पर लगे सोने की तस्करी में शामिल होने के आरोप
क्या है खबर?
केरल में विधानसभा चुनाव से पहले यहां की राजनीति में भूचाल आता नजर आ रहा है। राज्य के बहुचर्चित सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने बड़ा खुलासा किया है।
कस्टम विभाग की पूछताछ के दौरान आरोपी स्वप्ना ने मुख्यमंत्री पिनारई विजयन और कैबिनेट के तीन अन्य मंत्रियों के सोने की तस्करी मामले में शामिल होने की बात कही है।
कस्टम विभाग ने शुक्रवार को केरल हाई कोर्ट में इस संबंध में हलफनामा पेश किया है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
5 जुलाई, 2020 को त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने 13 करोड़ रुपये की कीमत का लगभग 30 किलोग्राम सोना जब्त किया था।
यह सोना संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दूतावास के एक राजनयिक सामान में छिपाकर लाया गया था। राजनयिक सामान की जांच से पहले उच्च-स्तर से मंजूरी लेनी होती है।
इसलिए तस्कर इनमें छिपाकर सोना लाए थे ताकि इसकी जांच न हो। बाद में जांच NIA को सौंपी गई और अब चार अन्य एजेंसियां इसकी जांच कर रही है।
कार्रवाई
मामले में अब तक हो चुकी है 30 लोगों की गिरफ्तारी
इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य एजेंसियों ने अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्यमंत्री विजयन के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर भी शामिल है।
इसी तरह कैबिनेट मंत्री सहित कई अन्य से गहन पूछताछ भी की गई है। इस चर्चित मामले में केंद्रीय एजेंसियों ने डॉलर की तस्करी, सोने की तस्की और मुख्य अपराध से संबंधित अन्य अपराधों में मामले दर्ज किए थे। आरोपियों से पूछताछ जारी है।
बयान
मुख्यमंत्री को थी पूरे मामले की जानकारी- स्वप्ना
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार कस्टम विभाग के आयुक्त सुमित कुमार की ओर से उच्च न्यायालय में प्रस्तुत किए गए हलफनामे में कहा गया है कि आरोपी स्वप्ना के दावे के अनुसार इस मामले की मुख्यमंत्री विजयन और तीन अन्य मंत्रियों को जानकारी थी।
उनके पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर, एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, वाणिज्य दूतावास और तस्करी सिंडिकेट से सीधे संबंध थे। ऐसे में अब इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
जानकारी
मुख्यमंत्री विजयन को नहीं आती थी अरबी भाषा
स्वप्ना ने बताया कि मुख्यमंत्री विजयन को अरबी भाषा नहीं आती है। ऐसे में उसे सभी बैठकों में अनुवाद के लिए बुलाया जाता था। उसने यह भी बताया कि सोने की तस्करी की डील में मुख्यमंत्री और मंत्रियों को करोड़ों रुपए का कमीशन मिलता था।
संबंध
पूर्व प्रधान सचिव करते से संबंध स्थापित करने का काम
स्वप्ना ने पूछताछ में कस्टम विभाग को यह भी बताया है कि पूर्व प्रधान सचिव और कई दूसरे अधिकारी केरल के हाई प्रोफाइल राजनेताओं और UAE के अधिकारियों के बीच संबंध स्थापित करने का काम करते थे।
इसके अलावा राज्य सरकार की विभिन्न गतिविधियों और परियोजनाओं की आड़ में अवैध वित्तीय लेनेदेन का प्रबंधन भी वही करते थे। बता दें कि मामले में गिरफ्तारी के बाद पूर्व प्रधान सचिव फिलहाल जमानत पर चल रहे हैं।
इस्तीफा
भाजपा और कांग्रेस ने मांगा मुख्यमंत्री से इस्तीफा
मामले में कांग्रेस और भाजपा ने मुख्यमंत्री से तत्काल इस्तीफा मांगा। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को एक मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस कई महीनों से मुख्यमंत्री पर सोने की तस्करी के आरोप लगा रही थी और वह अब सच साबित हो गए हैं।
भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि मामले में मुख्यमंत्री और मंत्रियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है।