छत्तीसगढ़ पत्रकार हत्याकांड: मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद से गिरफ्तार
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ में सड़क घोटाले का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का मुख्य आरोपी और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया गया। वह हैदराबाद में अपने ड्राइवर के घर छिपा था।
3 जनवरी को मुकेश की हत्या के बाद से सुरेश फरार था। विशेष जांच दल (SIT) ने उसे हिरासत में लिया है।
उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 300 मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
कार्रवाई
सुरेश के बैंक खाते फ्रीज किए गए
मुकेश चंद्राकर की हत्या की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन ने सुरेश चंद्राकर से जुड़े 4 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।
प्रशासन ने सुरेश के स्वामित्व वाले अवैध रूप से निर्मित यार्ड को भी ध्वस्त किया है। पुलिस ने सुरेश की पत्नी को भी छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
मुकेश की हत्या के बाद से छत्तीसगढ़ में राजनीतिक माहौल गर्म है।
गिरफ्तार
मुकेश के चचेरे भाई समेत 3 अन्य पहले से गिरफ्तार
पुलिस मुकेश की हत्या के मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें मृतक पत्रकार का चचेरा भाई औऱ एक रिश्तेदार भी शामिल है।
पुलिस ने चचेरे भाई रितेश चंद्राकर को शनिवार को रायपुर हवाई अड्डे से गिरफ़्तार किया, जबकि एक ठेकेदार महेंद्र रामटेके और रिश्तेदार दिनेश चंद्राकर को बीजापुर से गिरफ़्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि हैदराबाद से गिरफ्तार सुरेश चंद्राकर भी मुकेश का दूर का रिश्तेदार है।
घटना
क्या है मामला?
दरअसल, 1 जनवरी से मुकेश घर से गायब थे। 2 जनवरी को उनके भाई युकेश ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जांच के दौरान 3 जनवरी को मुकेश का शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के आवास पर बने सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ था।
हत्या का शक ठेकेदार पर ही है क्योंकि मुकेश ने हाल ही में बस्तर क्षेत्र में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में कथित भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिसका ठेका सुरेश को मिला था।
हत्या
कैसे हुई थी हत्या?
जानकारी के मुताबिक, रितेश और महेंद्र ने रात के खाने के दौरान बहस के बाद मुकेश पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
आरोप है कि दोनों ने अपराध छिपाने के लिए शव को सेप्टिक टैंक में छिपा दिया और सीमेंट से सील कर दिया। उन्होंने मुकेश का फोन और लोहे की रॉड भी फेंक दिया।
दिनेश ने टैंक को सील किया था। सुरेश को हत्या का मास्टरमाइंड माना जाता है।
रिपोर्ट
किस रिपोर्ट को लेकर हुआ विवाद?
बताया जाता है कि स्वतंत्र पत्रकार मुकेश ने सड़क निर्माण में कथित भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जो 50 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई थी।
इस सड़क निर्माण परियोजना में कोई खास बदलाव नहीं होने के बावजूद बजट में बढ़ोतरी की गई। मुकेश ने यह मामला उठाया तो सरकार ने जांच शुरू कर दी। सुरेश को इस सड़क का ठेका मिला था।
मुकेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बुरी तरह से हत्या की जानकारी सामने आई है।