छत्तीसगढ़: सड़क परियोजना में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले पत्रकार का शव सेप्टिक टैंक में मिला
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ में सड़क परियोजनाओं में भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले पत्रकार मुकेश चंद्राकर (28) का शव गुरुवार रात को बीजापुर जिले में एक सड़क ठेकेदार के परिसर में बने सेप्टिक टैंक में मिला है।
पुलिस ने मामले में हत्या का मामला दर्ज कर पूछताछ के लिए कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
बता दें कि मुकेश 1 जनवरी से लापता थे और पुलिस ने उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन के आधार पर उनके शव का पता लगाया है।
प्रकरण
मुकेश ने उजागर किया था भ्रष्टाचार
पुलिस ने बताया कि मुकेश के बड़े भाई और टीवी पत्रकार युकेश चंद्राकर ने 2 जनवरी को उनकी गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट में उन्होंने उस खबर का भी उल्लेख किया था, जिसमें मुकेश ने गंगालूर से नेलासनार गांव तक बनी सड़क में व्याप्त विसंगतियों और भ्रष्टाचार का उजागर किया था।
उन्होंने बताया था कि खबर बाद परियोजना की जांच शुरू हो गई थी और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर सहित तीन लोग उसके भाई को धमकियां दे रहे थे।
लापता
ठेकेदार के चचेरे भाई का फोन आने के बाद से लापता थे मुकेश
पुलिस ने बताया कि 1 जनवरी को ठेकेदार के चचेरे भाई का फोन आने के बाद से मुकेश लापता था। देर रात का उनका फोन भी बंद हो गया था। ऐसे में पुलिस ने उनके फोन की अंतिम लोकेशन से ही जांच करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने बताया कि गुरुवार को ठेकेदार के आवास पर में बने सेप्टिक टैंक को खोला तो मुकेश का शव मिल गया। इस टैंक को हाल ही में कंक्रीट से सील कराया गया था।
आश्वासन
मुख्यमंत्री ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
बता दें कि मुकेश ने 2021 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक कमांडो को माओवादियों से छुड़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घटना पर दुख जताते हुए वादा किया है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
उन्होंने एक बयान में कहा, "पत्रकार मुकेश जी का जाना पत्रकारिता और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।"
आलोचना
कांग्रेस ने की कानून व्यवस्था की आलोचना
इस बीच, छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने हत्या की निंदा की और राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना की।
उन्होंने कहा, "राज्य में चरमराती कानून व्यवस्था अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को निशाना बना रही है।"
इसके अलावा, 26 दिसंबर को बीदर में एक 26 वर्षीय ठेकेदार की कथित आत्महत्या ने विवाद को जन्म दे दिया। परिवार ने अधिकारियों पर सबूतों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है और मामले की CBI जांच की मांग की है।