चार धाम यात्रा: ऋषिकेश-यमुनोत्री राजमार्ग पर सुरक्षा दीवार धंसने से 10,000 श्रद्धालु फंसे
उत्तराखंड में गत 3 मई से शुरू हुई चार धाम (गंगोत्री, यमनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ) यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन बिगड़ते मौसम ने यात्रा को प्रभावित कर रखा है। शुक्रवार को उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश-यमुनोत्री राजमार्ग पर स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच सुरक्षा दीवार के धंसने से यात्रा को बीच में ही रोकना पड़ा। ऐसे में राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर 10,000 से अधिक श्रद्धालु फंसे हुए हैं।
बारिश के कारण धंसी सुरक्षा दीवार
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के कार्यकारी अभियंता राजेश पंत ने बताया क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण शुक्रवार शाम को स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच राजमार्ग की सुरक्षा दीवार अचानक धंस गई। इससे यात्रा को रोकना पड़ा है। उन्होंने बताया कि सड़क को फिर से खोलने के प्रयास जारी है। मार्गों में फंसे श्रद्धालुओं को छोटे वाहनों से निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। सड़क मार्ग से फिर से चालू होने में तीन दिन लग सकते हैं।
रोकी वाहनों की आवाजाही
पंत ने बताया कि सुरक्षा दीवार धंसने से बड़े वाहन फंसे हैं और उन्हें निकालना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में ऋषिकेश से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। रास्ता खुलने के बाद ही यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों की 24 बसों और 15 मिनी बसों को रोक दिया गया है। उन्हें पास के आश्रमों और सुरक्षित आश्रयों में पहुंचाया जा रहा है। उनके खाने-पीने की व्यवस्था की की जा रही है।
बुधवार को भी 24 घंटे बंद रहा था राजमार्ग
बता दें कि बुधवार को भी भारी बारिश के कारण स्यानचट्टी और राणाचट्टी के बीच राजमार्ग का 15 मीटर लंबा हिस्सा धंस गया था। इसके कारण राजमार्ग को 24 घंटे तक बंद रखना पड़ा था। उस दौरान भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु फंस गए थे। गुरुवार को मरम्मत के बाद राजमार्ग को खोला गया था, लेकिन शुक्रवार को सुरक्षा दीवार के धंसने से यात्रा रोकनी पड़ी है। बता दें इस बार बारिश के कारण यात्रा प्रभावित हो रही है।
अन्य मार्गों पर भी दिख रहा है बारिश का असर
बता दें कि उत्तराखंड में जारी चार धाम यात्रा पर मौसम की मार जारी है। मूसलाधार बारिश और जगह-जगह भूस्खलन के चलते यात्रा को बार-बार रोकना पड़ रहा है। चमोली में मूसलाधार बारिश के चलते बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हनुमान चट्टी से बद्रीनाथ के बीच, लामबगड़ में खचड़ा नाले में पानी बढ़ने और बलदूड़ा में भूस्खलन के चलते यात्रा को रोकना पड़ा था। उस दौरान श्रद्धालुओं को पाण्डुकेश्वर, बद्रीनाथ जोशीमठ, पीपलकोटी, चमोली और गौचर मे रोका गया था।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
इधर, पहाड़ी और ऊंचाई पर स्थित इन धामों की यात्रा करने के दौरान शुक्रवार को हृदय गति रुकने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि हार्ट अटैक से पुणे निवासी प्रदीप कुलकर्णी (61), मंदसौर निवासी बंशीलाल (57), गुजरात निवासी बीना बेन (55), गोरखपुर निवासी अवधेश नारायण तिवारी (65), मध्य प्रदेश निवासी सौरम बाई (49) और मुंबई निवासी उमेश दास जोशी (58) की मौत हो गई।