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केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए 2 रोप-वे परियोजनाओं का रास्ता साफ, केंद्रीय कैबिनेट में मंजूरी
केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोप-वे परियोजनाओं को हरी झंडी मिली (अनस्प्लैश)

केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए 2 रोप-वे परियोजनाओं का रास्ता साफ, केंद्रीय कैबिनेट में मंजूरी

लेखन गजेंद्र
Mar 05, 2025
05:00 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में उत्तराखंड के केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए 2 रोप-वे परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी गई है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को दी। उन्होंने बताया कि दोनों रोप-वे परियोजनाओं के लिए कुल 6,800 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा। दोनों रोप-वे का काम राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम- पर्वतमाला परियोजना का हिस्सा होंगी, जिससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।

रोपवे

आधे घंटे में पहुंच सकेंगे केदारनाथ

वैष्णव ने बताया कि 12.9 किलोमीटर केदारनाथ रोप-वे परियोजना पर 4,081 करोड़ रुपये से अधिक और 12.4 किलोमीटर के हेमकुंड साहिब रोप-वे परियोजना पर 2,730 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोप-वे के जरिए एक गंडोला में 36 लोग जा सकेंगे। इससे 8 से 9 घंटे मे पूरी होने वाली यात्रा मात्र 36 मिनट में पूरी होगी। वहीं, हेमकुंड साहिब तक पहुंचने के लिए गोविंदघाट से रोप-वे सुविधा मिलेगी।

परियोजना

ऑस्ट्रिया और फ्रांस के विशेषज्ञों की ली जाएगी मदद

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि परियोजना को ऑस्ट्रिया और फ्रांस के विशेषज्ञों की मदद से पूरा किया जाएगा। बता दें, समुद्र तल से 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ मंदिर की यात्रा, गौरीकुंड से 16 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण चढ़ाई से शुरू होती है। अभी यहां पैदल, टट्टू, पालकी और हेलीकॉप्टर से जाते हैं। वहीं, सिखों का पवित्र हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर चमोली में है।

ट्विटर पोस्ट

सुनिए, क्या बोले अश्विनी वैष्णव