दिल्ली: भारी बारिश के बाद अरविंद केजरीवाल के घर की छत गिरी
बीते सप्ताह राजधानी दिल्ली में हुई तेज बारिश के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर की छत का एक हिस्सा गिर गया था। मुख्यमंत्री केजरीवाल सिविल लाइन्स में फ्लैग स्टाफ रोड पर बने आवास में रहते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि जिस कमरे की छत गिरी, उसे खुद केजरीवाल इस्तेमाल करते हैं। बीते कुछ महीनों में यहां कई बैठकें भी हुई थीं। गनीमत यह है कि घटना के समय कोई उस कमरे में मौजूद नहीं था।
घर की सुरक्षा को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहा PWD
सूत्रों ने बताया कि जब छत की मरम्मत का काम किया जा रहा था तभी उससे सटे शौचालय की छत भी ढह गई। इसके बाद शौचालय की दीवारों में भी दरार आ गई और ईंटें दरकने लगी। सूत्रों के मुताबिक, PWD के अधिकारी नुकसान और घर की सुरक्षा का आकलन कर रहे हैं। इस संबंध में जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों के पास भेजी जाएगी। उसके बाद उसी आधार पर आगामी कदम उठाए जाएंगे।
1942 में बना हुआ है मुख्यमंत्री आवास
सूत्रों ने बताया कि इस कमरे में कोरोना वायरस संकट के दौरान कई अहम बैठकें हुई थीं। इस कमरे को महामारी से निपटने के लिए वॉर रूम की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था। अब PWD के अधिकारी इसकी सुरक्षा का आकलन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जिस आवास में रह रहे हैं, वह 1942 में बना था। पुराना होने के कारण इस घर के किसी न किसी हिस्से में मरम्मत का काम चलता रहता है।
सुरक्षा की जांच हो रही है- PWD मंत्री
मुख्यमंत्री आवास की छत का हिस्सा गिरने के बाद PWD मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "मैंने खुद देखा है, लगभग 1940 की बनी हुई काफी पुरानी बिल्डिंग है। उसमें छत क्रैक कर गई है। थोड़ा हिस्सा गिरा भी है. सुरक्षा की जांच हो रही है।"
2015 में इस घर में रहने लगे थे केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद 2015 में इस घर में रहना शुरू किया था। इससे पहले अपने पहले कार्यकाल के दौरान वो तिलक लेन में तीन बेडरूम के घर में रहते थे। सिविल लाइन्स वाले घर में पांच बेडरूम के अलावा ऑफिस के लिए भी अतिरिक्त जगह है। केजरीवाल से पहले इस घर में पूर्व डिप्टी स्पीकर अरमिश सिंह गौतम रहते थे। वहीं शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रहते हुए मोतीलाल नेहरू मार्ग पर रहती थीं।