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उत्तर प्रदेश के 'सिंघम' IPS अधिकारी अजय पाल शर्मा के खिलाफ महिला ने दर्ज कराया मामला

उत्तर प्रदेश के 'सिंघम' IPS अधिकारी अजय पाल शर्मा के खिलाफ महिला ने दर्ज कराया मामला

Mar 09, 2020
03:16 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश पुलिस में 'दंबग', 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' और 'सिंघम' के नाम से मशहूर IPS अधिकारी अजय पाल शर्मा एक बार फिर से विवादों में आ गए हैं। एक महिला ने खुद को उनकी पत्नी बताते हुए उन पर वैवाहिक सबूत मिटाने की कोशिश करने और विरोध करने पर उसे फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल भिजवाने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत के आधार पर लखनऊ की हजरतगंज के कोतवाली थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी

इन धाराओं में दर्ज किया गया है मामला

महिला की शिकायत के आधार पर IPS अधिकारी अजय पाल के अलावा चंदन राय, उपनिरीक्षक विजय यादव सहित अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 201 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

आरोप

महिला ने लगाए अजय पाल के खिलाफ ये आरोप

वर्तमान में जेल में बंद गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी अधिवक्ता दीप्ति शर्मा ने आरोप लगाया कि साल 2016 में अजय पाल ने गाजियाबाद सिटी पुलिस अधीक्षक होने के पद पर रहते हुए उससे शादी की थी। उनकी शादी गाजियाबाद में रजिस्टर्ड है। अजय पाल के अन्य महिलाओं से संबंध होने के चलते उनके रिश्ते खराब होने लग गए थे। उसने महिला आयोग, पुलिस विभाग, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में शिकायत कर शादी के सबूत भी दिए थे।

प्रताड़ना

शिकायत के बाद अजय पाल ने किया प्रताड़ित- दीप्ति

दीप्ति शर्मा ने आरोप लगाया कि शिकायत करने के बाद अजय पाल अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। 18 सितम्बर, 2019 को रामपुर जनपद के सिविल लाइन थाने के बृजेश राना और कुछ अन्य लोग उसके घर से जबरन लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रानिक सामान उठा ले गए। उसने इसकी शिकायत पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ और कई अन्य जगहों पर की थीं। इसके बाद अजय पाल ने उन्हें झूठे मामले में गिरफ्तार करा दिया।

जानकारी

दीप्ति के खिलाफ दर्ज किया गया था धोखाधड़ी का मामला

दीप्ति का आरोप है कि उसे फंसने के लिए अजय पाल के इशारे पर गोविंदपुरम निवासी हरेन्द्र कुमार ने 29 मार्च को साहिबाबाद थाने में उसके खिलाफ फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर दोस्ती करने और एक लाख रुपये ठगने का मामला दर्ज कराया था।

सबूत

महिला ने लगाया सबूत मिटाने के लिए मोबाइल फोन जब्त करने का आरोप

दीप्ति ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के दौरान उसके बैग में अजय पाल के खिलाफ सुबूत वाले पांच मोबाइल फोन थे। कोतवाल विजय यादव ने सबूत मिटाने के लिए ये सभी फोन अजय पाल के परिचित चंदन राय को दे दिए। उसने आरोप लगाया कि जेल में रहने के दौरान उस पर बुलंदशहर के सिकन्दराबाद थाना, गाजियाबाद के सिहानी गेट, रामपुर के सिविल लाइन समेत कई जगह धोखाधड़ी, IT एक्ट में कई मामले दर्ज किए गए थे।

विवाद

अजय पाल शर्मा का विवादों से रहा है नाता

IPS अधिकारी अजय पाल शर्मा का विवादों से नाता रहा है। हाल ही में निलंबित हुए IPS वैभव कृष्ण की रिपोर्ट में अजय पाल शर्मा का भी नाम था, जिसके बाद उन्हें रामपुर के पुलिस अधीक्षक पद से हटा दिया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने आरोपी कथित पत्रकार चंदन राय के साथ मेरठ में तैनाती के लिए 80 लाख रुपये के लेनदेन की बात की थीं। इस संबंध में दो ऑडियो क्लिप भी सामने आए हैं।

सिंघम

नाबालिग से रेप के आरोपी का एनकाउंटर करने पर मिला था 'सिंघम' का तमगा

अजय पाल शर्मा को 'सिंघम' का तमगा जून 2019 में रामपुर में एक छह साल की बच्ची से रेप और हत्या के आरोपी का एनकाउंटर करने के बाद मिला था। शर्मा उस समय रामपुर के पुलिस अधीक्षक थे। एनकाउंटर के बाद लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की थी तथा उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस का 'सिंघम' करार दिया था। उन्होंने रेप के आरोपी को तीन गोलियां मारी थीं। हालांकि नोएडा में उनके द्वारा किए गए ज्यादातर एनकाउंटर विवादो में रहे थे।