केरल मानव बलि: आरोपियों के पीड़ितों का मांस खाने की आशंका, दीवारों पर छिड़का गया खून
केरल में दो महिलाओं की मानव बलि के मामले में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। पुलिस ने आरोपियों के पीड़ितों का मांस खाने की आशंका जाहिर की है, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। आरोपियों ने पीड़ितों के शवों को टुकड़ों में काटने और खून को दीवारों और फर्श पर छिड़कने की बात भी स्वीकारी है। इसके अलावा पुलिस ने घटना में अंधविश्वास के साथ-साथ यौन विकृति का तत्व होने की बात भी कही है।
धन और समृद्धि की चाहत में दी गई थी मानव बलि
रोंगटे खड़े कर देने वाले अंधविश्वास के इस मामले के केंद्र में थिरुवल्ला निवासी मसाज थेरेपिस्ट डॉ भगवंत सिंह और उसकी पत्नी लैला है। पुलिस के अनुसार, दंपति आर्थिक परेशानियों से जूझ रही थी और तीसरे आरोपी मोहम्मद शाफी ने उन्हें मानव बलि देने पर समस्या का समाधान होने का भरोसा दिलाया था। शाफी पेरुम्बवूर का निवासी है और दंपति फेसबुक के जरिए उससे मिली थी। दंपति ने मानव बलि के लिए महिलाएं ढूढ़ने का काम भी शाफी को दिया।
जून में दी गई पहली पीड़िता की मानव बलि
मानव बलि की योजना बनने के बाद शाफी जून में कलाडी निवासी रोसलिन (50) को बहला-फुसलाकर थिरुवल्ला स्थित आरोपी दंपति के घर लाया। यहां रोसलिन की मानव बलि दी गई। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने रोसलिन को बांध दिया और उसके स्तनों तक को काट डाला। इसके बाद उसके शरीर को टुकड़ों में काटा गया और उसके खून को दीवारों और फर्श पर छिड़का गया। अंत में उसके शव को घर के पिछले हिस्से में दफना दिया गया।
पहली बलि पर धन-समृद्धि नहीं मिलने पर दी गई दूसरी बलि
हालांकि जब रोसलिन की बलि के बाद भी आरोपी दंपति को धन और समृद्धि नहीं मिली तो उन्होंने फिर से शाफी से संपर्क किया, जिसने उनसे एक और मानव बलि देने को कहा। इसके बाद सितंबर में वह पेरुम्बवूर के कदवंतरा निवासी पद्मा (50) को दंपति के घर लेकर आया और रोसलिन की तरह की उसकी बलि दी गई। अंत में उसके शव को भी टुकड़े करके घर के पिछले हिस्से में दफना दिया गया।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
कोच्चि पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू के अनुसार, 26 सितंबर को कदवंतरा पुलिस थाने में पद्मा के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और इसकी जांच के लिए जब उसके फोन की की कॉल डिटेल निकलवाई तो शाफी पुलिस के घेरे में आ गया। इसके बाद पुलिस ने शाफी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसमें उसने पूरे अपराध को कबूल कर लिया और जून में रोसलिन की बलि देने की जानकारी भी दी।
पूछताछ में दंपति ने कही मांस का सेवन करने की बात
शाफी के बयान के आधार पर पुलिस ने थिरुवल्ला पहुंचकर आरोपी डॉक्टर दंपत्ति, भगवंत और लैला, को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। घटना से संबंधित पुलिस के सूत्रों ने NDTV को बताया कि पूछताछ के दौरान भगवंत और लैला ने पीड़ितों के मांस का सेवन करने की बात भी कही है। हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस ने अभी इसका संदेह व्यक्त किया है और इसे साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं।
पुलिस ने शाफी को बताया यौन रूप से विकृत
पुलिस ने शाफी को यौन विकृत बताया है और उसने सोशल मीडिया पर महिलाओं से संपर्क किया था। दंपति के घर से चार गड्ढों से पीड़ितों के शरीर के टुकड़ों बरामद कर लिए गए हैं। दोनों पीड़ित सड़कों पर लॉटरी टिकट बेचकर गुजारा करती थीं।
मुख्यमंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि दोहरी हत्या की यह घटना झकझोर देने वाली है और यह एक ऐसा अपराध है जिसकी केरल में कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए सख्त सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।