राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ बजट सत्र, इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
क्या है खबर?
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए विपक्ष कई अहम मुद्दों को उठाकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेगा।
कोरोना की तीसरी लहर के बीच आयोजित हो रहे इस सत्र में महामारी से बचाव के लिए कड़े प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं।
आज से शुरू हुआ बजट सत्र का पहला भाग 11 फरवरी तक चलेगा। दूसरा भाग 14 मार्च से शुरू होकर 8 अप्रैल तक चलेगा।
बजट सत्र
राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुई शुरुआत
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ इस सत्र की शुरुआत हो चुकी है। अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने महामारी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों से लेकर सरकारी योजनाओं तक का जिक्र किया।
बजट सत्र में सांसदों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी पार्टियों से खुले मन से बजट पर चर्चा करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चुनाव आते रहते हैं, लेकिन बजट सत्र बहुत अहम हैं। इसका पूरा फायदा उठाया जाना चाहिए।
अभिभाषण
अभिभाषण की बड़ी बातें
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि भारत ने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की खुराकें लगाने का रिकॉर्ड बनाया है। इस सफलता ने नागरिकों को सुरक्षा कवच प्रदान किया है।
प्रधानमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य मिशन की मदद से 80,000 से अधिक स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर खुले हैं और सरकार ने 8,000 से अधिक जन औषधि केंद्र बनाए हैं। सरकार की कोशिशों से योग और आयुष उत्पादों की मांग बढ़ी है।
अभिभाषण
मार्च तक बढ़ाया गया खाद्य वितरण कार्यक्रम- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य वितरण कार्यक्रम चला रही है, जिसे मार्च तक बढ़ाया गया है। इसके अलावा सरकार ने श्रमिकों के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
महामारी के बाद भी सरकार ने बड़ी संख्या में नल के जरिये घरों में पानी आपूर्ति सुनिश्चित की है। सरकार ने छोटे किसानों को मदद पहुंचाई है और रिकॉर्ड संख्या में फसलों की खरीद की है। महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार गंभीरता से काम कर रही है।
बजट सत्र
इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
बजट सत्र की शुरुआत से पहले पेगासस का मुद्दा एक बार फिर गर्म हो गया है।
दरअसल, अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत ने 2017 में इजरायल से पेगासस स्पाईवेयर खरीदा था।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से विपक्ष ने सरकार पर संसद और सुप्रीम कोर्ट से झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
माना जा रहा है कि विपक्ष बजट सत्र में इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगा।
बजट सत्र
कृषि संकट का मामला भी उठाएगा विपक्ष
विपक्षी पार्टियां कृषि संकट के मामले को भी बजट सत्र में उठा सकती है। कांग्रेस ने इसके लिए समान विचारों वाले दलों के साथ रणनीति बनाई है। दरअसल, कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी किसानों की कई मांगें लंबित हैं।
इसके अलावा वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ जारी तनाव, कोरोना राहत पैकेज और एयर इंडिया की बिक्री जैसे कई दूसरे मुद्दों की गूंज भी बजट सत्र में सुनाई दे सकती है।
जानकारी
मंगलवार को पेश होगा बजट
सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण और मंगलवार सुबह 11 बजे आम बजट पेश करेंगी। इन दोनों दिनों 'शून्यकाल' और 'प्रश्नकाल' नहीं होंगे। सूत्रों ने बताया कि सरकार बजट सत्र के दौरान पेगासस पर चर्चा के लिए तैयार नहीं होगी।