LoC: घुसपैठ के प्रयास में थे बड़ी संख्या में आतंकी, नाकाम की गई कोशिश- BSF
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को पाकिस्तान पर 2003 के सीजफायर समझौते का उल्लंघन करने और नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। उन्होंने 13 नवंबर को पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी की तरफ इशारा करते हुए यह बात कही। सीजफायर उल्लंघन की इस घटना में BSF के सब इंस्पेक्टर समेत चार जवान शहीद हुए थे और एक महिला और बच्चे समेत चार नागरिक भी मारे गए थे।
पाकिस्तान ने बिना उकसावे की गोलीबारी- BSF अधिकारी
पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद BSF के IG राजेश मिश्रा ने कहा, "बिना किसी कारण पाकिस्तान ने भारी हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। हमने भी उसका मुंहतोड़ जवाब दिया। गोलीबारी में हमें भी नुकसान उठाना पड़ा है। गोलीबारी में सब इंस्पेक्टर राकेश डोवाल शहीद हो गए।" BSF का कहना है कि पाकिस्तान ने 13 नवंबर को रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोलीबारी की।
घुसपैठ की कोशिश में थे बड़ी संख्या में आतंकी- BSF अधिकारी
मिश्रा ने बताया कि नियंत्रण रेखा के दूसरी तरफ स्थित लॉन्चिंग पैड पर बड़ी संख्या में आतंकी मौजूद थे, जो भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, "हमारी इनपुट के अनुसार कई घुसपैठिये लॉन्चिंग पैड पर तैयार थे। हर लॉन्चिंग पैड पर लगभग 250-300 घुसपैठिये मौजूद थे और वो घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सेना और BSF के मुस्तैद जवानों ने उनके प्रयासों को नाकाम कर दिया।"
फायरिंग के कारण ग्रामीणों को छोड़ना पड़ा था घर
13 नवंबर की घटना के बाद भारतीय सेना ने जारी कर कहा था कि पाकिस्तान ने शुक्रवार सुबह कुपवाड़ा जिले के तंगधार और करनाह सेक्टर के धानी, सदपोरा, हाजीतारा और जद्दा चौकियों और आसपास की बस्तियों से संघर्ष विराम का उल्लंघन शुरू किया था। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने कमलकोट और बांदीपोरा के गुरेज सेक्टर में भी फायरिंग कर दी। इसके अलावा भारी तादाद में मोर्टार भी दागे गए। इससे ग्रामीणों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
भारत ने मारे पाकिस्तान के आठ सैनिक
भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया और आठ सैनिकों को ढेर कर दिया। मारे गए सैनिकों में पाकिस्तानी स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के तीन कमांडो भी शामिल थे। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। पाकिस्तान इस साल रिकॉर्ड 4,000 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है। सबसे ज्यादा हमले पुंछ और राजौरी सेक्टर में हुए हैं।