तेलंगाना में BRS सांसद पर चुनाव प्रचार के दौरान चाकू से हमला
तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान भारत राष्ट्र समिति (BRS) सासंद कोथा प्रभाकर रेड्डी को एक अज्ञात शख्स ने पेट में चाकू मार दिया। हमलावर को भीड़ ने पकड़ लिया और उसे जमकर पीटा। फिलहाल हमलावर पुलिस की गिरफ्त में है। बता दें कि रेड्डी वर्तमान में मेडक से सांसद हैं और आगामी चुनावों के लिए दुब्बाका से BRS उम्मीदवार हैं।
कहां और कैसे हुआ हमला?
रेड्डी को सोमवार को सिद्दीपेट जिले के सुरमपल्ली गांव में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। इस दौरान राजू नाम का एक शख्स उनके पास आया और उन्हें चाकू घोंप दिया। हमलावर को BRS कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया और पीटने के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया। घायल सांसद के समर्थकों द्वारा कार के अंदर ले जाने में मदद करने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। रेड्डी फिलहाल गजवेल के एक अस्पताल में इलाज करा रहे हैं।
देखें हमले का वीडियो
हमलावर है एक रिपोर्टर, स्वास्थ्य मंत्री ने सांसद के स्वास्थ्य की ली जानकारी
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर की पहचान राजू के रूप में हुई है जो एक प्रमुख तेलुगु समाचार चैनल में रिपोर्टर के रूप में काम करता है। राजू को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव ने घायल सांसद से संपर्क कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। राव ने आश्वासन दिया है कि उन्हें जरूरत पड़ने पर रेड्डी को हैदराबाद स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
तेलंगाना की राज्यपाल ने जांच के दिए निर्देश
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने हमले पर हैरानी व्यक्त की और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "मैं चुनाव प्रचार के दौरान मेडक सांसद कोथा प्रभाकर रेड्डी पर हमले के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। मैंने पुलिस महानिदेशक को चुनाव अवधि के दौरान चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों और प्रचारकों की जांच और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।"
कौन है कोथा प्रभाकर रेड्डी?
कोठा प्रभाकर रेड्डी का जन्म 6 जून, 1966 में हुआ था। वर्ष 1985 में उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय से कला स्नातक किया था। उन्होंने मेडक (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) के लिए हुए 2014 के उपचुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति के उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की थी। दरअसल, BRS प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद 2014 में इस सीट से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद वो इस सीट से लड़े थे।