दिल्ली: युवक की हत्या, परिवार ने राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने को बताया कारण
दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां कथित तौर पर अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए चंदा उगाने में लगे एक 25 वर्षीय युवक पर बुधवार को चार युवकों ने चाकुओं से हमला कर घायल कर दिया और गुरुवार को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने युवक की हत्या के पीछे व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता को कारण बताया है, लेकिन परिजनों ने दावे को खारिज कर दिया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों ने चाकू और डंडों से किया युवक पर हमला
पुलिस ने बताया कि मृतक युवक मंगोलपुर में के ब्लॉक निवासी रिंकू शर्मा है। गिरफ्तार आरोपियों में जाहिद, मेहताब, दानिश और इस्लाम शामिल है। मृतक के भाई अंकित ने TOI को बताया कि रिंकू पश्चिम विहार स्थित एक अस्पताल में लैब तकनीशियन के रूप में कार्यरत था। बुधवार देर चारों आरोपी चाकू और डंडें लेकर उनके घर आए थे। आरोपी रिंकू की तलाश कर रहे थे और बाद वह उसे अपने साथ घर के बाहर ले गए।
आरोपियों ने रिंकू की पीछ पर घोंपा चाकू
अंकित ने बताया कि घर से बाहर जाने के बाद आरोपियों ने रिंकू पर चाकू और लाठियों से हमला कर दिया। सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में दिखाया गया है कि रिंकू की पीठ में चाकू घोंपा गया था। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। उन्होंने रिंकू को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी पीठ से चाकू निकाला गया था। उसकी हालत बिगड़ने पर ICU में भर्ती किया गया, लेकिन गुरुवार को उसने दम तोड़ दिया।
अंकित ने किया आरोपियों के अस्पताल पहुंचने का दावा
अंकित ने दावा किया कि आरोपियों ने अस्पताल जाते समय भी उसके परिवार को रोकने का प्रयास किया था। उसके बाद आरोपी अस्पताल भी पहुंच गए थे। पुलिस के बताया कि वारदात के पीछे व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता बड़ा कारण रही है। रिंकू और उसके दोस्तों के आरोपियों ने पिछले साल रोहिणी सेक्टर-2 में रेस्टोरेंट खोला था। व्यवसाय में गिरावट के बाद सभी ने एक-दूसरे को दोषी ठहराना शुरू कर दिया और इसके बाद विवाद बढ़ गया।
रिंकू के संबंध में चल रही सभी कहानियां हैं झूठी- धामा
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुधांशु धामा ने दावा किया कि दोनों पक्षों के बीच बुधवार को एक जन्मदिन की पार्टी के दौरान बड़ा झगड़ा हुआ था। इसके बाद रिंकू और उसके दोस्त अपने-अपने घर चले गए थे। कुछ देर बाद चारों आरोपी भी रिंकू के घर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि आरोपियों का वहां भी रिंकू से झगड़ा हुआ और एक आरोपी ने उसे चाकू मार दिया। हत्या को लेकर चल रही अन्य सभी कहानियां पूरी से झूठी है।
राम मंदिर को लेकर आयोजन करने से नाराज थे आरोपी- मनु
मामले के पीछे भले ही पुलिस व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता को कारण बता रही है, लेकिन रिंकू के परिजनों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। रिंकू के एक अन्य भाई मनु ने कहा, "हम पिछले साल से आरोपियों के साथ जूझ रहे हैं। अगस्त में हमने राम मंदिर को लेकर एक छोटा कार्यक्रम आयोजित किया। आरोपी इससे नाराज थे, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। रिंकू ने एक आरोपी के परिवार में गर्भवती महिला को खून भी दिया था।"
आरोपी ने मुझे पीटा और माता-पिता को परेशान किया- मनु
कथित तौर पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्य मनु ने बताया कि रिंकू चाहता था कि घर के सभी दरवाजे बंद कर दें। इससे पहले कि वह ऐसा कर पाता आरोपियों ने घर में घुसकर उन पर लाठियों से हमला कर दिया। उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उनके माता-पिता को परेशान किया। इधर, VHP ने दावा किया कि रिंकू राम मंदिर के लिए चंदा एकत्र कर रहा था। इसको लेकर उसकी हत्या की गई है।
रिंकू ने राम मंदिर चंदा संग्रह कार्यक्रम में लिया था हिस्सा- VHP
VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, "उनका भाई VHP युवा शाखा का हिस्सा है और रिंकू शर्मा राम मंदिर चंदा संग्रह कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग ले रहे था।" संगठन ने आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।