कृषि कानूनों के समर्थन में भाजपा का विशेष अभियान, करेगी 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और लगाएगी चौपाल
नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर पिछले 16 दिनों से दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों और सरकार के बीच गतिरोध थमता नजर नहीं आ रहा है। किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकाकर देशभर में आंदोलन की चेतावनी दी है। इसी बीच सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने कृषि कानूनों के समर्थन में शुक्रवार से विशेष अभियान चलाने का निर्णय किया है। इसके तहत देशभर में 700 प्रेस कांफ्रेंस और 700 चौपाल आयोजित की जाएगी।
क्या है किसानों के विरोध का कारण?
सितंबर में लागू किए गए कृषि कानूनों को लेकर पिछले कई महीनों से विरोध कर रहे किसानों ने गत 25 नवंबर से अपने आंदोलन को तेज कर दिया। उन्होंने सरकार के खिलाफ 'दिल्ली चलो' मार्च का आह्वान किया था। किसानों को डर है कि APMC मंडियों के बाहर व्यापार की अनुमति देने वाले कानून मंडियों को कमजोर कर देंगे और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी नहीं मिलेगा। इसके चलते कॉरपोरेट जगह के लोग किसानों का शोषण करेंगे।
किसानों ने बुधवार को खारिज कर दिया था सरकार का प्रस्ताव
सरकार ने बुधवार को किसानों को 20 पन्नों का प्रस्ताव भेजा था। इसमें MSP व्यवस्था जारी रखने, APMC एक्ट में बदलाव करने तथा कृषि भूमि की कुर्की के संबंध विचार करने की बात कही थी। इसके बाद शाम को हुई किसान नेताओं की बैठक में इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था। किसानों ने कहा था कि कानूनों को वापस लेने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने 14 दिसंबर को देशभर में प्रदर्शन करने का भी ऐलान किया था।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से की प्रस्ताव स्वीकार करने की अपील
मामले में गुरुवार को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने किसानों से प्रस्ताव स्वीकार करने की अपील करते हुए कहा सरकार किसानों के साथ खुले दिमाग से चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से उन प्रावधानों पर बात करने के लिए तैयार हैं, जिन पर उन्हें आपत्ति है। इसके बाद किसानों ने जवाब देते हुए कहा कि यदि सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो पूरे देश में रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया जाएगा।
भाजपा ने बनाई कृषि कानूनों के प्रति समर्थन बढ़ाने की योजना
किसानों की ओर से आंदोलन को तेज करने की चेतावनी देने के बाद अब भाजपा ने देशभर में कृषि कानूनों के प्रति समर्थन बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके तहत पूरे देशभर में प्रचार अभियान चलाया जएगा और लोगों को नए कृषि कानूनों से होने वाले फायदे की जानकारी दी जाएगी। इतना ही इस अभियान में सरकार के मंत्री भी हिस्सा लेंगे और लोगों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास करेंगे। यह बड़ी पहल साबित होगी।
देश के 700 जिलों में आयोजित की जाएगी चौपाल
ANI के अनुसार भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत देश के 700 जिलों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और 700 चौपालें आयोजित की जाएगी। इसी शुरुआत शुक्रवार से होगी। चौपालों में पार्टी पदाधिकारी किसानों से कृषि कानूनों पर सवाल-जवाब करेंगे और उन्हें कानूनों से होने वाले फायदों की जानकारी देंगे। इतना ही नहीं चौपाल में मौजूद सरकार के मंत्री कानूनों को लेकर मौजूद सभी आशंकाओं को दूर करने का प्रयास करेंगे।
पंजाब से दिल्ली की ओर कूच करने लगे किसान
इधर, किसानों की देशभर में आंदोलन की चेतावनी के बाद अब पंजाब के जिलों से किसानों का दिल्ली की ओर कूच करना शुरू हो गया है। राज्य के अमृतसर समेत कई जिलों से किसान पहले की तरह ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर दिल्ली की तरफ कूच रहे हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासन सार्वजनिक परिवहन के वाहनों पर भी नजर रख रहा है। बताया जा रहा है किसान बसों आदि में भी दिल्ली जा रहे हैं। ऐसे में आंदोलन बढ़ता नजर आ रहा है।
लगभग 700 ट्रॉलियों में दिल्ली आ रहे किसान- पंढेर
किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता एसएस पंढेर ने कहा कि लगभग 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां दिल्ली की कुंडली बॉर्डर की तरफ आ रही हैं।अभी तक इस संगठन के कार्यकर्ता अमृतसर में प्रदर्शन कर रहे थे। शुक्रवार से इन्होंने दिल्ली की तरफ आना शुरू किया है।