बिहार: नीतीश कुमार का नया दांव, विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने वाला प्रस्ताव पारित
जातिगत सर्वे के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर एक बड़ा दांव खेला है। बुधवार को उनके नेतृत्व में हुई कैबिनेट की बैठक ने राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग करने वाला प्रस्ताव पारित किया। इसमें केंद्र से मांग को जल्द पूरा करने का अनुरोध किया गया है। नीतीश ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि अगर केंद्र विशेष राज्य का दर्जा दे तो कई अच्छी योजनाएं 5 साल से कम समय में पूरी हो जाएंगी।
नीतीश ने क्या कहा?
नीतीश ने अपनी पोस्ट की शुरुआत जातिगत जनगणना के आधार पर शुरू होने वाली योजनाओं की जानकारी देते हुए की। इसके बाद उन्होंने लिखा, 'यदि केंद्र बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे तो हम इस काम को बहुत कम समय में कर लेंगे। हम विशेष राज्य की मांग वर्ष 2010 से ही कर रहे हैं। इसके लिए 24 नवंबर, 2012 को गांधी मैदान में और 17 मार्च, 2013 को दिल्ली के रामलीला मैदान में अधिकार रैली भी की थी।'
नीतीश बोले- केंद्र जल्द विशेष दर्जा दे
उन्होंने लिखा, 'हमारी मांग पर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसके लिए रघुराम राजन समिति भी बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट सितंबर, 2013 में आई, लेकिन उस समय भी कुछ नहीं हुआ। मई, 2017 में भी हमलोगों ने विशेष राज्य के लिए केंद्र को पत्र लिखा। आज कैबिनेट की बैठक में विशेष राज्य के लिए केंद्र से अनुरोध करने का प्रस्ताव पारित किया है। मेरा अनुरोध है कि बिहार के लोगों के हित में केन्द्र सरकार शीघ्र विशेष राज्य का दर्जा दे।'