भगवंत मान का किसानों की गिफ्तारी पर बड़ा बयान, कहा- पंजाब नहीं बन सकता 'धरना' राज्य
क्या है खबर?
पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार और किसानों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की ओर से 5 मार्च को बुलाए गए 'चंडीगढ़ चलो' विरोध प्रदर्शन से पहले मंगलवार को सरकार ने कार्रवाई करते हुए कई किसानों को हिरासत में ले लिया। इससे किसानों में गुस्सा बढ़ गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट कर दिया कि वह पंजाब को 'धरना' राज्य नहीं बनने दे सकते हैं। ऐसे में आवश्यक कदम उठाएंगे।
प्रकरण
क्या है पूरा मामला?
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू कराने सहित पंजाब सरकार द्वारा किसानों के हित में किए गए अन्य वादों को पूरा कराने की मांग को लेकर 37 किसान यूनियनों के संगठन SKM ने 5 मार्च को 'चंडीगढ़ चलो' विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था।
यह विरोध प्रदर्शन कृषि मुद्दों और उनके कल्याण को लेकर राज्य और केंद्र दोनों सरकारों के साथ चल रही किसानों हताशा को उजागर करता है।
पंजाब सरकार इस मार्च को रोकना चाहती है।
परेशानी
बैठक छोड़कर निकले मुख्यमंत्री मान
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री मान ने मांगों पर चर्चा करने और 'चंडीगढ़ चलो' को वापस लेने के लिए किसानों के साथ बैठक की थी।
इसमें किसानों ने अपनी मांगों के पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखने की कहने पर मुख्यमंत्री मान उत्तेजित हो गए और बीच में ही बैठकर छोड़कर चले गए।
भारतीय किसान यूनियन (BKU) एकता उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने कभी भी किसी मुख्यमंत्री को इतना उत्तेजित नहीं देखा।
कार्रवाई
पुलिस ने छापेमारी कर किसानों को हिरासत में लिया
मुख्यमंत्री के बैठक छोड़कर आने के बाद रात को पुलिस ने किसान नेताओं के घर छापेमारी कर उन्हें हिरासत में ले लिया।
क्रांतिकारी किसान यूनियन के राज्य महासचिव गुरमीत सिंह मेहमा ने कहा कि मुख्यमंत्री मान के बैठक से निकलने के बाद पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी।
इस दौरान कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कई किसान भूमिगत हो गए हैं।
चेतावनी
किसानों को पटरियों और सड़कों पर बैठने की इजाजत नहीं देंगे- मान
इस मामले में मुख्यमंत्री मान ने कहा, "हां, मैं बैठक छोड़कर चला गया था और हम उन्हें (किसानों) भी हिरासत में लेंगे। हम किसानों को पटरियों और सड़कों पर बैठने की इजाजत नहीं देंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कहा कि आप हर दिन 'रेल रोको', 'सड़क रोको' आंदोनल करते हैं। इससे पंजाब को भारी नुकसान हो रहा है। पंजाब 'धरना' का राज्य बनता जा रहा है। मेरी नरमदिली को यह मत समझिए कि मैं कार्रवाई नहीं करता।"
कारण
मुख्यमंत्री मान ने बताया बैठक छोड़ने का कारण
मुख्यमंत्री मान ने बैठक छोड़कर जाने का कारण बताते हुए कहा, "मैने किसानों से कहा था कि बैठक और 'मोर्चा' एक साथ नहीं चल सकते, लेकिन अगर आप मुझसे कहते हैं कि बैठक के साथ-साथ मोर्चा भी जारी रहेगा, तो मैं बैठक रद्द कर देता हूं और आप मोर्चा जारी रख सकते हैं।"
मान के कदम का बचाव करते हुए AAP प्रवक्ता मलविंदर कंग ने कहा कि मुख्यमंत्री मान ने किसानों की शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना था।