रामेश्वरम कैफे विस्फोट के दोनों मुख्य आरोपी 2020 के एक आतंकी मामले में भी वांछित
क्या है खबर?
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में धमाका करने के आरोपी अब्दुल मतीन ताहा (30) और मुसाविर हुसैन शाजिब (30) एक अन्य आतंकी मामले में भी वांछित हैं।
फ्री प्रेस जनरल के मुताबिक, कर्नाटक पुलिस ने 2020 में अल-हिंद मॉड्यूल के मास्टरमाइंड और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार करके मॉड्यूल का खुलासा किया था, लेकिन ताहा और शाजिब भागकर मुंबई पहुंच गए थे।
दोनों जनवरी, 2020 में लापता होने के बाद बेंगलुरु के ईजीपुरा और मराठाहल्ली में रहे थे।
जांच
NIA सालों से कर रही थी दोनों की तलाश
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अल-हिंद मॉड्यूल मामले की जांच के तहत दोनों की पिछले 4 साल से तलाश कर रही थी। ये महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और केरल से होते हुए तमिलनाडु गए थे।
अल-हिंद मॉड्यूल का गठन बेंगलुरु स्थित मेहबूब पाशा और कुड्डालोर स्थित खाजा मोइदीन ने किया था, जिन्होंने ताहा और शाजिब सहित दक्षिण भारत में कई युवा मुसलमानों को भर्ती किया था।
NIA अब संदिग्धों को आश्रय और वित्तीय सहायता देने वालों को तलाश रही है।
घटना
पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार हुए हैं दोनों
बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड स्थित मशहूर रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को हुए धमाके की चपेट में आने से 9 लोग घायल हुए थे।
शुरू में इसे गैस सिलेंडर से हुआ धमाका माना गया, लेकिन बाद में जानकारी सामने आई कि धमाके में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग किया गया है।
3 मार्च को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मामले को अपने हाथ में लिया और अप्रैल में दोनों आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया था।