शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट चढ़ावे के सिक्कों से परेशान, बैंकों ने भी लेने से किया इनकार
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शिरडी के साईं बाबा मंदिर में भक्तों द्वारा लाखों रुपये के सिक्के दान किए जाते हैं, जो अब मंदिर ट्रस्ट के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं क्योंकि बैंकों ने भी इन चढ़ावे के सिक्कों को लेने से इनकार कर दिया है।
ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) राहुल जाधव ने बताया कि शिरडी में बैंकों ने जगह की कमी के कारण सिक्के लेना बंद कर दिया।
आइये जानते हैं ये पूरा मामला क्या है।
कारण
11 करोड़ रुपये से ज्यादा के सिक्के बैंकों में हैं जमा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र के सरकारी बैंकों की 13 शाखाओं में मंदिर ट्रस्ट के खाते हैं। उनमें से एक दर्जन खाते अकेले नासिक में ही है। वर्तमान में इन सभी बैंकों के पास सामूहिक रूप से मंदिर ट्रस्ट के लगभग 11 करोड़ रुपये सिक्कों के रूप में जमा हैं।
ऐसे में अब 4 बैंकों के अधिकारियों ने ट्रस्ट द्वारा सिक्कों के रूप में जमा कराए जाने वाले पैसों को लेने से इनकार कर दिया है।
ट्रस्ट
मंदिर ट्रस्ट के CEO ने क्या कहा?
ट्रस्ट के CEO जाधव ने कहा, "ये मंदिर ट्रस्ट के लिए बड़ी समस्या है और इससे निपटने के लिए हमने अहमदनगर जिले के अन्य हिस्सों के साथ-साथ राज्य के अन्य बैंकों से भी संपर्क करने का फैसला किया है। हम ऐसे बैंकों में मंदिर ट्रस्ट के खाते खोलेंगे, ताकि वहां सिक्के जमा किए जा सकें।"
उन्होंने कहा कि अब मंदिर ट्रस्ट सीधे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग करेगा।
समस्या
पहले भी बैंकों ने मंदिर ट्रस्ट के सामने उठाया था मुद्दा
इससे पहले साल 2019 में बैंकों ने मंदिर ट्रस्ट के सामने ये मुद्दा उठाया था।
बैंकों ने कहा था कि मंदिर से आए सिक्कों के बैग उनकी शाखाओं में जगह घेर रहे हैं। उस वक्त ट्रस्ट ने इन सिक्कों को रखने के लिए मंदिर परिसर में बैंकों के कमरे बनाने की पेशकश की थी।
हालांकि, बैंकों ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि बैंकिग नियम इस तरह की व्यवस्था की अनुमति नहीं देते हैं।
दान
मंदिर में सिक्कों के रूप में कितना मिलता है दान?
शिरडी के साईं बाबा मंदिर में भक्त अपने श्रद्धा से 50 पैसे से लेकर 10 रुपये तक के सिक्के दान करते हैं। इससे एक महीने के भीतर मंदिर के पास सिक्कों के रूप में औसतन 28 लाख रुपये के करीब पैसा जमा हो जाता है।
इसी बीच प्रत्येक बैंक जहां मंदिर ट्रस्ट का खाता है, वो अपने कर्मियों को बारी-बारी से प्रत्येक महीने सिक्कों के रूप में जमा दान राशि लेने के लिए मंदिर में भेजता है।