लड़की से छेड़छाड़ मामले में जमानत पर आए आरोपियों ने की पीड़िता की मां की हत्या
नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के मामले में जमानत पर बाहर आए आरोपियों के हमले का शिकार हुई पीड़िता की मां ने अस्पताल में दम तोड़ दिया और उसकी बहन की हालत गंभीर बनी हुई है। यह मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर का है। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पिछले साल उन्नाव में भी ऐसा मामला सामने आया था, जहां जमानत पर आए आरोपियों ने रेप पीड़िता को जलाकर मार डाला था।
9 जनवरी को मिली थी आरोपियों को जमानत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक महिला ने महफूज नामक व्यक्ति के खिलाफ दो साल पहले अपने नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ की शिकायत दी थी। इसके बाद पुलिस ने महफूज समेत पांच लोगों के खिलाफ बच्चों के यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कर उन्हे जेल भेज दिया था। 9 जनवरी को आरोपियों को जमानत मिली और उन्होंने बाहर आते ही पीड़िता की मां और उसकी बहन पर हमला कर दिया। इस हमले में एक महिला की मौत हो गई।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
चकरी थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया कि 9 जनवरी को मृतक महिला और उसकी बहन के पर हमला करने के मामले में महफूज, जमीक, पिंटू, बाबू, वकील और फिरोज के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
आरोपियों ने किया लाठी और पत्थरों से हमला
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने दोनों बहनों पर लाठी और पत्थरों से हमला किया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स महिला के चेहरे पर लात से हमला करते हुए देखा जा सकता है। कानपुर के SSP अनंत देव ने कहा कि मृत महिला और उसकी बहन छेड़छाड़ के मामले में अहम गवाह है। कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मृतक महिला की बहन भाजपा से जुड़ी हुई हैं।
आरोपी कर रहे थे केस वापस लेने की मांग
मृतक महिला के परिवार के सदस्यों ने बताया कि आरोपी उन पर मामला वापस लेने का दवाब डाल रहे थे और ऐसा न करने पर नतीजे भुगतने की भी धमकी दी थी। पुलिस ने बताया कि अभी तक इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी दो को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। SSP अनंत देव ने बताया कि दोष साबित होने पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामले ने याद दिलाया उन्नाव रेप कांड
कानपुर में हुए इस मामले ने उन्नाव रेप कांड की याद ताजा कर दी है। दरअसल, दिसंबर की शुरुआत में जमानत पर बाहर आए रेप के आरोपियों ने पीड़िता पर तेल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। बुरी तरह झुलस चुकी पीड़िता को गंभीर हालत में दिल्ली भर्ती कराया गया था, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस मामले में भी आरोपी पीड़िता से केस वापस लेने की मांग कर रहे थे।