अतुल सुभाष के चाचा का आरोप, पत्नी ने अदालत में उसे आत्महत्या के लिए उकसाया
बेंगलुरु स्थित एक कंपनी में बतौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पेशेवर के रूप में काम करने वाले अतुल सुभाष के आत्महत्या करने की घटना ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है। अतुल ने मंजूनाथ लेआउट क्षेत्र स्थिति अपने आवास में फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। उसने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। अब परिजनों ने सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
बिहार निवासी अतुल ने 9 दिसंबर को फंदे से झूलकर आत्महत्या की थी। आत्महत्या से पहले उन्होंने 80 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें उन्होंने अपनी अलग रह रही पत्नी निकिता और उसके परिवार पर पैसे ऐंठने के लिए उन पर और उनके परिवार पर 9 मामले दर्ज करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि इन मामलों में कोर्ट से उन्हें लगातार तारीखें मिली रही थी। इन सबसे परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या का फैसला किया है।
अतुल ने पत्नी पर लगाया 3 करोड़ रुपये की मांग करने का आरोप
वीडियो रिकॉर्डिंग के अनुसार, अतुल और निकिता ने मैचमेकिंग वेबसाइट के जरिए 2019 में शादी की थी। 2020 में दोनों के एक बेटा हुआ। अतुल का आरोप है कि निकिता का परिवार अक्सर उससे लाखों रुपये मांगता था। मना करने पर निकिता 2021 में बच्चे के साथ घर छोड़कर चली गई। इसके बाद पत्नी और उसके परिजनों ने उसके खिलाफ 9 केस दर्ज करा दिए और मामला रफा-दफा करने के लिए 3 करोड़ रुपये की मांग की थी।
पुलिस ने निकिता और उसके परिजनों के खिलाफ दर्ज किया मामला
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अतुल की मौत के बाद उसकी पत्नी निकिता, उसकी मां निशा, पिता अनुराग और चाचा सुशील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। इस बीच, एक पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश पहुंचकर मृतक की पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपों की जांच की जा रही है और मामले को विभिन्न कोणों से भी देखा जा रहा है।
अतुल के भाई ने की न्याय की मांग
बेंगलुरू में PTI से अतुल के भाई विकास ने कहा, "मैं चाहता हूं कि मेरे भाई को न्याय मिले। मैं चाहता हूं कि इस देश में एक ऐसी कानूनी प्रक्रिया हो जिसके जरिए पुरुषों को भी न्याय मिल सके। अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोग न्याय की उम्मीद कैसे कर पाएंगे।" उन्होंने कहा कि न्याय की उम्मीद तभी की जा सकती है जब व्यवस्था भ्रष्टाचार मुक्त हो। हर पक्ष को समान रूप से सुना जाना चाहिए।
लगातार पैसों की मांग बढ़ा रहे थे आरोपी- चाचा
अतुल के चाचा पवन कुमार ने कहा, "जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। वह केस (पत्नी द्वारा दायर) हार रहा था। उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। वे उससे लगातार पैसे मांग रहे थे। शुरुआत में परिवार ने 40,000 रुपये प्रति माह मांगे थे, लेकिन बाद में इसे दोगुना कर दिया और फिर मृतक से एक लाख रुपये मांगे। उन्होंने आरोप लगाया कि अतुल की पत्नी और उसका परिवार बेटे के भरण-पोषण के बहाने पैसे इकट्ठा कर रहा था।
पत्नी के आत्महत्या के लिए उकसाने पर हंस रहे थे जज- चाचा
अतुल के चाचा ने आरोप लगाया कि उनके भतीजे को पैसे के लिए परेशान और प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक बार कोर्ट में सुनवाई के दौरान निकिता ने यहां तक कह दिया था कि अगर, अतुल पैसे नहीं दे सकता है तो उसे आत्महत्या कर लेनी चाहिए। इस पर जज उसे फटकार लगाने की जगह हंस रहे थे। इस घटना ने अतुल को बड़ी ठेस पहुंचाई थी।