कोरोना वायरस: लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने चिह्नित की 10 संवेदनशील जगह
पूरी दुनिया में कोरोना (COVID-19) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। भारत में भी इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार ने देश की 10 प्रमुख संवेदनशील जगहों को चिह्नित किया है। इनमें दिल्ली का दिलशाद गार्डन और निजामुद्दीन क्षेत्र भी शामिल है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में आया है कि इन स्थानों पर असामान्य संक्रमण का पता चला है। इनके अलावा सरकार ने नोएडा, मेरठ, भीलवाड़ा, अहमदाबाद, कासरगोड, पठानमथिट्टा, मुंबई और पुणे को भी चिह्नित किया है।
यह है भारत में कोरोना संक्रमितों की स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में संक्रमितों की संख्या 1,251 पहुंच चुकी है। इसी तरह अब तक कुल 32 लागों की मौत हो चुकी है। अब तक कुल 99 मरीजों को पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
10 से अधिक कोरोना संक्रमित पाए जाने वाली जगहों को माना संवेदनशील
एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के एक सूत्र ने बताया कि कोरोना संक्रमित लोगों के कई समूह वाले स्थान को संवेदनशील श्रेणी में किया जाता है। एक समहू में 10 या उससे अधिक कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। कभी-कभी संक्रमण के मामले एक सीमित क्षेत्र में होते हैं और कभी-कभी पूरे शहर में संक्रमितों की संख्या बढ़ जाती है। उदाहरण के तौर पर अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर को संवेदनशील जगह के रूप में चिह्नित किया गया है।
पांच संक्रमितों में से तीन की मौत के कारण अहमदाबाद बना संवेदनशील
संवेदनशील जगहों की सूची में गुजरात के अहमदाबाद को शामिल किए जाने का एक अलग कारण है। सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर प्रति 100 मामलों में एक की मौत होती है, लेकिन अहमदाबाद में संक्रमितों की संख्या केवल पांच है, लेकिन इनमें से तीन की मौत हो चुकी है। ऐसे में यह एक अलग मामला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह एक-एक कर इन संवेदनशील जगहों का परीक्षण करेंगे।
संवेदनशील जगहों पर रखी जाएगी कड़ी निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि सरकार द्वारा चिह्नित किए गए सभी संवेदनशील स्थानों का अध्ययन किया जा रहा है। इन सभी स्थानों की कड़ी निगरानी करते हुए संक्रमण की रोकथाम के बेहतर प्रयास किए जाएंगे।
संवेदनशील जगहों को चिह्नित करने के पैमाने से आधी है भारत की स्थिति
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रसार के देखते हुए सरकार ने देश के शीर्ष 10 संवेदनशील स्थानों को चिह्नित करने का निर्णय किया है। इसके लिए 100 लोगों के संक्रमण पर एक मौत का पैमाना तैयार किया गया है। हालांकि भारत के आंकड़े निर्धारित पैमाने के आधे ही है। परीक्षण की रणनीति में अभी कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन वह घर-घर संक्रमण की स्थिति को देखते हुए संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर रहे हैं।
निजामुद्दीन में एकत्रित हुए मुस्लिम मौलवियों ने खींचा सबका ध्यान
दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में मुस्लिम मौलवियों की बैठक के बाद इस क्षेत्र को संवेदनशील जगह के रूप में चिह्नित किया गया है। इनमें से कई लोग पूर्व में इंडोनेशिया और मलेशिया का यात्रा कर चुके थे। इसी तरह, दिलशाद गार्डन को भी संवेदनशील जगहों की सूची में शामिल किया गया है। यह सऊदी अरब से लौटी एक महिला ने पहले एक मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टर को संक्रिमित किया और उसके बाद इसके सैकड़ों तक पहुंचने की आशंका है।
मुंबई में सामने आए संक्रमितों के कई समूह
मेरठ में दुबई से लौटे एक व्यक्ति को ऐहतियात के तौर पर निगरानी में रखा गया था। उसने ससुराल वालों से मिलने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग किया था। इतना ही नहीं उसके परिवार ने पड़ोस के कई लोगों से मुलाकात की। इससे उनमें भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। मुंबई में भी संक्रमितों के कई समूह सामने आए हैं। वहां झुग्गी बस्तियों में लोगों को अलग रखना संभव नहीं है। ऐसे में वहां अधिक परीक्षण किए जाएंगे।
नोएडा में बढ़े मामले, मुख्यमंत्री ने लगाई अधिकारियों की क्लास
राजस्थान के भीलवाड़ा में एक निजी अस्पताल के कई मेडिकल कर्मचारियों के परीक्षण में संक्रमित पाए जाने के बाद उसे संवेदनशील श्रेणी में शामिल किया गया है। जिले के लगभग 20 लाख लोगों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में संक्रमितों की संख्या 30 के पार पहुंच गई। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों की क्लास लगा रहे हैं। इसी तरह केरल के पथनामथिट्टा में दर्जनों लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।