जम्मू-कश्मीर: राजौरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में मेजर समेत 3 जवान शहीद, 1 घायल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बुधवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के मेजर समेत 3 जवान शहीद होने की खबर है, जबकि एक जवान घायल हुए हैं। शहीद अधिकारी 63 राष्ट्रीय राइफल्स से थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सुरक्षा बलों को राजौरी के कालाकोट थाना क्षेत्र में आने वाले बाजीमाल गांव के जंगलों में 5 से 6 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद तलाशी अभियान चलाया गया। मुठभेड़ में एक आतंकी भी ढेर हुआ है।
मेजर के शव को उठाते समय आतंकियों ने की गोलीबारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से संयुक्त अभियान चलाया गया, तभी गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें मेजर शहीद हो गए। मेजर का शव लेने गए जवानों पर आतंकियों ने गोलीबारी कर दी, जिसमें 3 जवानों को गोलियां लगीं। इनमें से 2 ने बाद में अस्पताल में दम तोड दिया। आतंकियों को ढूंढने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद ली गई है। दोनों तरफ से गोलीबारी तेज है।
सितंबर में अनंतनाग के जंगल में भी शहीद हुए थे कर्नल समेत 3 जवान
सितंबर में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग जंगल में 3 से 4 आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर 3 से 4 दिन तक मुठभेड़ चली थी, जिसमें भारतीय सेना के 2 अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान शहीद हुआ था। इनमें कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक (DSP) हुमायूं मुजामिल भट शामिल रहे। कर्नल सिंह राष्ट्रीय राइफल्स (RR) की 19वीं बटालियन की कमान संभाल रहे थे, जबकि मेजर आशीष कंपनी कमांडर थे।
श्रीनगर में गिरफ्तार किए गए लश्कर के आतंकी
दैनिक भास्कर के मुताबिक, बुधवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि श्रीनगर में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया। इनको 21 नवंबर को पकड़ा गया था। इनकी पहचान मुमताज अहमद लोन और जहांगीर अहमद लोन के रूप में हुई। ये कुपवाड़ा के त्रेहगाम के रहने वाले हैं। इनके पास से 2 पिस्तौल, 4 मैगजीन, 2 फिलर मैगजीन और 8 ग्रेनेड बरामद हुए। इससे पहले 17 नवंबर को 2 अलग-अलग मुठभेड़ में 6 आतंकी मारे गए थे।