अनंतनाग में सेना का ऑपरेशन छठवें दिन भी जारी, 1 आतंकी का जला हुआ शव बरामद
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 13 सितंबर से आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ छठवें दिन भी जारी है। सोमवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एक जला हुआ शव बरामद किया। सुरक्षाबलों का मानना है कि जला हुआ शव आतंकवादी का है। फिलहाल इस शव की पहचान की जा रही है। इसके लिए आज लश्कर-ए-तैयबा या द रेजिस्टेंस फ्रंट से जुड़े आतंकी उजैर खान के परिवार के सदस्यों के DNA नमूने लिए जाएंगे।
ड्रोन और हेलीकॉप्टर से लगा रहे आतंकियो का पता
आतंकियों के खिलाफ जारी सर्च अभियान को और तेज कर दिया गया है। भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि कोकेरनाग इलाके के गडोले के जंगल में 2-3 आतंकवादियों के छिपे होने की खबर है। यहां उनके ठिकानों का पता लगाने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर को तैनात किया गया है। मुठभेड़ के पांचवें दिन रविवार को इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच भीषण गोलीबारी देखने को मिली थी। सोमवार को अभी तक कोई गोलीबारी नहीं हुई है।
मुठभेड़ में शहीद हो चुके हैं 4 जवान
अनंतनाग मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 3 अधिकारी और एक जवान शहीद हो चुके हैं। 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक सैनिक हुमायूं भट बुधवार को हुई गोलीबारी में शहीद हो गए थे। इसके बाद शुक्रवार को एक और सैनिक शहीद हो गया। इस इलाके में हाई-टेक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि सभी छिपे हुए आतंकियों का सफाया किया जा सके।
ड्रोन फुटेज में भागते दिखे आतंकी
इससे पहले शनिवार को ड्रोन की एक फुटेज सामने आई थी, जिसमें एक गुफा पर गोला दागने के बाद 2-3 आतंकवादियों को अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए देखा गया था। इस दौरान सुरक्षाबलों ने गोला दागकर आतंकियों के कई ठिकानों को नष्ट किया था। सेना के अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन में समय लग रहा था क्योंकि इलाका कठिन और चुनौतीपूर्ण है और सुरक्षाबल काफी सावधान हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
सेना के अधिकारियों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 10 दिनों में आतंकवाद और घुसपैठ की कम से कम 5 घटनाएं हुई हैं। 2 घटनाएं पीर पंजाल की पहाड़ियों के के दक्षिण में रियासी जिले के चसाना क्षेत्र और राजौरी जिले के नरला क्षेत्र में हुई हैं, जबकि बाकी 3 उत्तर में उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास हथलंगा में, उरी और बारामूला के बीच और अनंतनाग के पास कोकरनाग के जंगलों में हुई हैं।