
इजरायल में भारतीयों को वापस लौटने पर किया जा रहा मजबूर? सरकार ने दिया जवाब
क्या है खबर?
ईरान के साथ चल रहे संघर्ष के बीच इजरायल में भारतीय कामगारों को वापस लौटने पर मजबूत किए जाने के दावों को सरकार ने खारिज करते हुए स्थिति को स्पष्ट किया है। तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को स्पष्ट किया कि संकट के बीच इजरायल से किसी भी भारतीय नागरिक को वापस लौटने पर मजबूर किए जाने संबंधी सभी दावे झूठे हैं। ऐसे में इन पर यकीन करने से पहले दूतावास से संपर्क करें।
बयान
भारतीय दूतावास ने क्या जारी किया बयान?
भारतीय दूतावास ने एक्स पर लिखा, 'सोशल मीडिया पर प्रसारित एक संदेश में दावा किया जा रहा है कि इजराइल में भारतीय कामगारों को भारत लौटने पर मजबूर किया जाएगा या अगर वे भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराते हैं तो उन्हें जेल/जुर्माना का सामना करना पड़ेगा, पूरी तरह से झूठा है।' दूतावास ने लोगों से गलत सूचनाओं पर विश्वास न करने और सटीक जानकारी के लिए @Indemtel (भारतीय दूतावास, तेल अवीव) के आधिकारिक अपडेट पर भरोसा करने को कहा है।
अपील
दूतावास ने नागरिकों से की भरोसा रखने की अपील
दूतावास ने लिखा, 'इजराइल में भारतीय नागरिकों का पंजीकरण दूतावास को न केवल संकट के समय उन तक पहुंचने में सक्षम बनाता है, बल्कि उन्हें भारत सरकार की विभिन्न सुविधाओं और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने में भी मदद करता है। ऐसे में दूतावास पर भरोसा रखें।' बता दें कि पिछले सप्ताह, दूतावास ने इजराइल में सभी भारतीयों से सतर्क रहने और इजराइली अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अनावश्यक आवाजाही से बचने को कहा था।
अफवाह
संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर फैली अफवाह
इजरायल और ईरान के मध्य जारी संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से फैल रही है कि इजरायल सरकार देश में मौजूद सभी भारतीय कामगारों को तत्काल वापस लौटने पर मजबूर कर रही है या करेगी। इसमें यह भी दावा किया जा रहा है कि भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराने वाले नागरिकों को इजरायल की सरकार तत्काल जेल में डाल देगी। इससे इजरायल में मौजूद भारतीय नागरिकों में हड़कंप सा मच गया है।