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तिरूपति मंदिर में कैसे मची भगदड़, जिसमें गई 6 लोगों की जान?
आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में मची भगदड़ में कई हुए हैं घायल (तस्वीर: एक्स/@Mr_ShivaYadav1 )

तिरूपति मंदिर में कैसे मची भगदड़, जिसमें गई 6 लोगों की जान?

लेखन गजेंद्र
Jan 09, 2025
09:42 am

क्या है खबर?

आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरूपति मंदिर में बुधवार रात मची भगदड़ को लेकर कई कारण सामने आ रहे हैं, जिसमें सबसे बड़ा कारण टिकट वितरण काउंटर पर जमा हजारों की भीड़ थी। भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ एकादशी उत्सव शुरू होने से 2 दिन पहले निशुल्क दर्शन के लिए टिकट बांटे जा रहे थे, जिसके लिए 90 से अधिक काउंटर बनाए गए थे। बताया जा रहा है कि हादसा एक काउंटर पर अधिक भीड़ उमड़ने से हुआ है।

हादसा

सुबह 1.20 लाख से अधिक बांटे जाने थे टिकट, रात से ही जमा हो गई भीड़

NDTV के मुताबिक, मंदिर में 10 से 12 जनवरी तक वार्षिक दर्शन के पहले 3 दिनों के लिए भगवान के "सर्व दर्शन" (निःशुल्क दर्शन) के लिए श्रद्धालुओं को 1,20,000 टोकन बांटने की व्यवस्था की गई थी। टोकन गुरुवार सुबह 5 बजे से बांटे जाने थे, लेकिन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा स्थापित टिकट काउंटरों पर लोग एक रात पहले ही जमा हो गए। TTD ने टिकट वितरण के लिए कुल 94 काउंटर बनाए थे।

कारण

एक काउंटर पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई

TTD अधिकारियों ने बताया कि टिकट वितरण के लिए 3 तीर्थयात्रियों के आवासों विष्णु निवासम, श्रीनिवासम और भूदेवी परिसरों के अलावा, सत्यनारायणपुरम, बैरागीपट्टेडा और तिरूपति के रामानायडू स्कूल जैसे स्थानों को चुना गया था। तिरुपति नगर आयुक्त एन मोरुआ ने बताया कि विष्णु निवासम मंदिर के पास बैरागीपट्टेडा में MGM हाई स्कूल में बने काउंटर पर ही बुधवार शाम को 4,000-5,000 लोग जमा हो गए। रात होते-होते भीड़ बेकाबू हो गई और हालात नियंत्रण से बाहर हो गए।

हादसा

महिला की सहायता के लिए खोला गया गेट बना काल 

TTD के अध्यक्ष बीआर नायडू ने बताया कि भीड़ में जब एक महिला अस्वस्थ महसूस करने लगी, तो उनकी सहायता के लिए गेट खोला गया। तभी अचानक से भीड़ आगे बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई। रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़ नियंत्रित करने के लिए बेहतर व्यवस्था नहीं थी, जिससे लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते चले गए और 6 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। हादसे में 40 से अधिक लोग घायल हैं।

ट्विटर पोस्ट

कुछ इस तरह भीड़ हुई बेकाबू