तिरूपति मंदिर में लड्डू विवाद के बीच शुद्धिकरण के लिए हुआ महा शांति हवन
आंध्र प्रदेश के तिरूपति मंदिर में लड्डू विवाद के बीच बड़ा महा शांति हवन किया गया। यह हवन सोमवार को 4 घंटे तक चला। मंदिर के अपवित्रीकरण को सुधारने के लिए पंचगव्य प्रोक्षण (शुद्धिकरण) सुबह 6 बजे से 10 बजे तक श्रीवारी मंदिर की बंगारू बावी यज्ञशाला में हुआ। इसमें मंदिर के मुख्य पुजारियों के साथ तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के सदस्य भी शामिल हुए। इसके लिए मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई थी।
प्रसादम को भी शुद्ध किया गया
हवन के दौरान 20 पुजारी और 3 अगाम सलाहकार शामिल रहे। इस दौरान लड्डू और अन्नप्रसादम रसोई की पंचगव्य शुद्धि भी की गई और पूरे परिसर को पवित्र किया गया। TTD के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने कहा कि महा शांति हवन से बुरे प्रभाव तो दूर होंगे साथ में प्रसादम (लड्डू) की पवित्रता बहाल होगी और श्रीवारी के भक्तों का कल्याण होगा। इस बीच श्रीललिता पीठम, वशिष्ठाश्रम, श्रीनिवास मंगापुरम में विश्व हिंदू परिषद (VHP) बैठक कर रही है।
क्या है लड्डू विवाद?
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लड्डू बनाने वाले घी में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होने की बात कहकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने YSR कांग्रेस सरकार पर प्रसादम की गुणवत्ता से समझौता करने का आरोप लगाया। मामले में गुजरात की एक प्रयोगशाला की भी रिपोर्ट आई, जिसमें घी में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल पाया गया। मामले में विशेष जांच दल (SIT) गठित है। साथ ही डेयरी विशेषज्ञों की समिति भी जांच कर रही है।