दिल्ली: अमेरिकन एयरलाइंस ने न्यूयॉर्क जा रही कैंसर पीड़ित महिला को विमान से उतारा
अमेरिकन एयलाइंस पर एक कैंसर पीड़ित महिला को दिल्ली में विमान से उतारने का आरोप लगा है। इस महिला की सर्जरी हुई थी और यह दिल्ली से न्यूयॉर्क जा रही है। पीड़ित महिला का कहना है कि वह चालकदल के निर्देशों के अनुसार अपना हैंडबैग ऊपर बने केबिन में नहीं रख पाई। महिला ने चालकदल पर भी मदद न करने का आरोप लगाया है। वहीं एयरलाइंस का कहना है कि उतारा गया यात्री परेशानी पैदा कर रहा था।
क्या है घटना?
TOI के अनुसार, अमेरिका निवासी मीनाक्षी सेनगुप्ता कैंसर की सर्जरी करवाने के बाद वापस लौट रही थीं। इसके लिए उन्होंने अमेरिकन एयरलाइंस की AA-293 उड़ान में अपनी सीट बुक की थी। उनका कहना है कि सर्जरी के कारण वो अपना हैंडबैग उठाकर ऊपर बने केबिन में नहीं रख सकीं। जब उन्होंने इसके लिए मदद मांगी तो चालकदल ने मदद करने से मना कर दिया। इसके बाद उन्हें विमान से नीचे उतरने को कह दिया गया था।
सेनगुप्ता ने पुलिस में दी शिकायत
सेनगुप्ता ने अमेरिकन एयरलाइंस के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। इसमें उन्होंने एयरलाइंस पर दुर्व्यवहार करने और बैग उठान में मदद मांगने पर गलत तरीके से विमान से उतारने का आरोप लगाया है। वहीं नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। DGCA के महासचिव अरुण कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इस तरह की असंवेदनशीलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सेनगुप्ता ने अपनी शिकायत में क्या कहा है?
पुलिस को दी शिकायत में सेनगुप्ता ने कहा कि ग्राउंड स्टाफ ने उनका बैग विमान की सीट के बराबर रख दिया। विमान के अंदर जाने के बाद उन्होंने एयर हॉस्टेस से बात कर अपनी स्थिति बताई। इस दौरान किसी ने उन्हें बैग को लेकर नहीं टोका, लेकिन विमान के उड़ान भरने से पहले उन्हें बैग हटाने को कहा गया। जब उन्होंने चालकदल के एक सदस्य से बैग रखने में मदद मांगी तो उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
अमेरिकन एयरलाइंस का इस पर क्या कहना है?
एयरलाइंस ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि 30 जनवरी को न्यूयॉर्क के लिए दिल्ली से उड़ान भरने से पहले एक यात्री चालकदल के निर्देशों का पालन नहीं कर रहा था, जिसके चलते उसे नीचे उतारा गया।
भारत में छुट्टियों के दौरान कैंसर पीड़ित पाई गई थीं सेनगुप्ता
सेनगुप्ता छुट्टियां बीताने के लिए भारत आई थीं और इसी दौरान उन्हें कैंसर का पता चला। इसके बाद उन्होंने भारत में ही इसकी सर्जरी करवाई। आगे के इलाज के लिए उन्हें अमेरिका जाना था और इसके लिए उन्होंने अमेरिकन एयरलाइंस में टिकट बुक की थी। अपने साथ हुए बर्ताव के बारे में बात करते हुए सेनगुप्ता ने बताया कि चालकदल के सदस्य ने उन्हें बिना किसी उकसावे के कहा कि उन्हें बाहर फेंक दिया जाएगा।
दूसरी एयरलाइंस के सहारे जाना पड़ा अमेरिका
सेनगुप्ता ने बताया कि उनके कंधे से लेकर हाथ तक पट्टी बंधी हुई थी और इस वजह से वह हैंडबैग नहीं उठा पाई। उन्होंने बताया कि विमान से उतारे जाने के बाद एयरलाइंस ने उनके PNR को रेड फ्लैग कर दिया, जिसके चलते वो अगले दिन भी उड़ान नहीं भर सकीं। इसके बाद उन्हें दूसरी एयरलाइंस के जरिये पहले अटलांटा जाना पड़ा और वहां से सड़कमार्ग के जरिये वो अपने घर पहुंची।