रेलवे ने रद्द कीं 30 जून तक की सारी बुकिंग्स, चलती रहेंगी श्रमिक और राजधानी एक्सप्रेस
क्या है खबर?
भारतीय रेलवे ने 30 जून, 2020 तक की सभी टिकट बुकिंग्स को रद्द कर दिया है। जिन यात्रियों ने इस दौरान यात्रा की टिकट खरीदी होगी, उन्हें रिफंड कर दिया जाएगा। गुरूवार सुबह रेलवे ने बयान जारी करते हुए ये ऐलान किया।
बयान में साफ किया गया है कि इस दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई जा रहीं श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें और 15 रूटों पर चलाई गईं विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चलती रहेंगीं।
ट्रेन सेवाएं
22 मार्च को बंद की गईं थी ट्रेन सेवाएं
भारत में 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' के बाद से ही आम यात्रियों के लिए रेल सेवाएं बंद हैं। पहले ट्रेनों को 31 मार्च तक के लिए बंद किया गया था, लेकिन फिर लॉकडाउन के साथ-साथ ट्रेनों पर लगी पाबंदी भी आगे बढ़ती चली गई।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए ऐसा किया गया था। ट्रेन सेवाएं चलते रहने पर वायरस के देश के दूर-दराज इलाकों में तेजी से फैलने की आशंका थी।
मौजूदा सेवाएं
अभी चल रही हैं श्रमिक एक्सप्रेस और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें
इस बीच प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने 1 मई को विशेष श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की मंजूरी दी। अब तक 642 श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों के जरिए लगभग आठ लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाया जा चुका है।
इसके अलावा बीते रविवार को रेलवे ने दिल्ली को देश के अन्य बड़े शहरों से जोड़ने वाले रूटों पर रोजाना 15 विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने का ऐलान किया।
विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें
51 दिन के बाद मंगलवार को आम यात्रियों के लिए चलीं राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें
51 दिन के अंतराल के बाद मंगलवार को रेलवे ने पहली बार आम यात्रियों के लिए अपनी ट्रेन सेवाएं शुरू कीं और तब से रोजाना 15 राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं।
हालांकि सभी सेवाओं को एक साथ शुरू नहीं किया जाएगा और रेलवे ने कहा है कि यात्री ट्रेनों को चरणों में धीरे-धीरे शुरू किया जाएगा। इनका शुरू होना देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर निर्भर करेगा और मामले बढ़ते रहने पर इसमें देरी हो सकती है।
आंकड़े
आम दिनों में रोजाना 12,000 ट्रेनें चलाती है भारतीय रेलवे
बता दें कि आम दिनों में भारतीय रेलवे रोजाना 12,000 ट्रेनें चलाती है। लॉकडाउन से पहले 2019-20 की तीसरी तिमाई में रेलवे ने लगभग 28,032 करोड़ रुपये का माल ढोेया और यात्री किराए से लगभग 12,844 करोड़ रुपये की कमाई की।
लॉकडाउन के बाद रेलवे 94 लाख टिकटों के 1,490 करोड़ रुपये रिफंड कर चुकी है। वहीं 22 मार्च से 14 अप्रैल तक के सफर की टिकटों को रद्द करते हुए 830 करोड़ रुपये रिफंड किए गए।
जानकारी
18 मई से लॉकडाउन का चौथा चरण, अधिक ट्रेनें चला सकता है रेलवे
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 मई से लॉकडाउन के चौथे चरण का ऐलान किया है जिसमें बड़ी छूटें दी जा सकती हैं। इस चरण के दौरान रेलवे के और अधिक ट्रेनें चलाने की उम्मीद की जा रही है।