एयर इंडिया ने किया विमानन इतिहास का सबसे बड़ा सौदा, खरीदे जाएंगे 500 नए विमान- रिपोर्ट
क्या है खबर?
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने शुक्रवार को 500 नए विमान खरीदने का बड़ा सौदा किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सौदे में एयर इंडिया फ्रांस की कंपनी एयरबस और अमेरिका की कंपनी बोइंग से इन विमानों की खरीद पर कुल 100 अरब डॉलर (लगभग 8,000 करोड़ रुपये) खर्च करेगी।
माना जा रहा है कि यह नागरिक विमानन इतिहास का सबसे बड़ा सौदा होगा। कंपनी इस सौदे की अलगे सप्ताह तक घोषणा कर सकती है।
विमान
एयरबस से 250 विमान खरीदेगी एयर इंडिया
रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया 250 विमान एयरबस से खरीदेगी। इसमें से 210 सिंगल एस्ले A320neos और 40 वाइड बॉडी A350s विमान होंगे।
इसी तरह बोइंग से खरीदे जाने वाले 220 विमानों में से 190 विमान 737 मैक्स नौरोबॉडी जेट्स, 20 विमान 787 वाइडबॉडी जेट्स और 10 777xs विमान होंगे।
हालांकि, इस संख्या में बदलाव भी हो सकता है। अभी तक एयरबस या एयर इंडिया की तरफ से इस सौदे की पुष्टि नहीं की गई है।
हस्ताक्षर
एयरबस और एयर इंडिया ने शुक्रवार को किए सौदे पर हस्ताक्षर
रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरबस और एयर इंडिया ने शुक्रवार को समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, लेकिन अभी दोनों ने इस पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
इसी तरह बोइंग ने सबसे पहले 27 जनवरी को एयर इंडिया के साथ अपने समझौते पर सहमति व्यक्त की थी।
टाटा के एयर इंडिया का स्वामित्व लेने के ठीक एक साल बाद यह सौदा किया गया है। इससे साफ है कि एयरलाइन कंपनी अपना बड़े स्तर पर विस्तार चाहती है।
कारण
क्या है इस सौदे का मुख्य कारण?
एयर इंडिया ने 27 जनवरी को कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में कहा था कि वह नए विमानों की खरीद के लिए एक ऐतिहासिक सौदे को अंतिम रूप दे रही है।
कंपनी भारत आने और यहां से जाने वाले हवाई यात्रियों के ट्रैफिक के एक बड़े हिस्से को अपने पाले में लाना चाहती है। फिलहाल इस ट्रैफिक का बड़ा हिस्सा एमिरेट्स जैसी विदेशी एयरलाइंस के पास है।
इसके साथ ही वह घरेलू बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है।
जानकारी
फ्यूल एफिशिएंट बनाने की भी कोशिश
एयर इंडिया इस सौदे के जरिए खुद को फ्यूल एफिशिएंट बनाने की भी कोशिश कर रही है ताकि फ्यूल के खर्च को काफी हद तक कम किया जा सके। अभी एयर इंडिया के बेड़े में अधिकतर विमान पुराने हैं और उनका फ्यूल खर्च अधिक है।
खरीद
एयर इंडिया ने 2006 के बाद से नहीं खरीदा विमान
एयर इंडिया ने आखिरी बार 2006 में ही विमान खरीदे थे। उस समय अमेरिकी कंपनी बोइंग से 68 और यूरोपीय कंपनी एयरबस से 43 विमान खरीदे गए थे। उसके बाद से एयरलाइन ने कोई नया विमान नहीं खरीदा है। अब कंपनी अपने बेड़े का विस्तार कर रही है।
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, एयर इंडिया के पास अभी 49 वाइड-बॉडी वाले और 79 नैरो-बॉडी वाले विमान है। इनमें बोइंग के कई अलग-अलग मॉडल शामिल हैं।
बाजार
दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता एयरलाइन बाजार है भारत
आने वाले दो सालों में एयर इंडिया का दायरा और बड़ा होने जा रहा है। विस्तारा के अलावा एयर इंडिया के दायरे में एयर एशिया इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस भी होंगी और इनका विलय 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता एयरलाइन बाजार है। हर साल देश में हवाई यात्रा करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में टाटा समूह का यह संभावित सौदे और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
जानकारी
विस्तारा का एयर इंडिया में हो चुका है विलय
टाटा समूह ने नंवबर, 2022 में विस्तारा एयरलाइंस का भी एयर इंडिया में विलय कर दिया था। इसके जरिये समूह को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पकड़ मजबूत करने का मौका मिलेगा। इस विलय से एयर इंडिया को विस्तारा के 218 विमान मिले थे।
विलय
अक्टूबर, 2021 टाटा ने किया था एयर इंडिया का अधिग्रहण
सरकार ने एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का निर्णय करते हुए जनवरी, 2020 में इसकी नीलामी की दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू की थी।
पिछले साल अप्रैल में सरकार ने इच्छुक कंपनियों से बोलियां आमंत्रित की थी। बोली में सरकार ने एयर इंडिया का करीब 12,906 करोड़ रुपये न्यूनमत आरक्षित मूल्य रखा था।
इसके बाद 8 अक्टूबर, 2021 को टाटा समूह ने 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर एयर इंडिया को खरीद लिया था।